Bahraich News: कहते हैं जाको राखे साइयां, मार सके न कोय…उत्तर प्रदेश के बहराइच में ये कहावत सच साबित हुई है. यहां एक लड़की मौत के मुंह से जिंदा वापस आ गई.बहराइच में एक नाबालिग लड़की की बहादुरी के आगे मौत को भी मजबूरन हार माननी पड़ी. नहर के तेज बहाव में बह रही लड़की को क्रिकेट खेल रहे कुछ लड़कों ने बचा लिया. अब वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होकर सुर्खियों में बना हुआ है.
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लड़की की बहादुरी के सामने मौत ने मानी हार
साढ़े आठ मिनट से अधिक के अनकट इस वीडियो में एक लड़की की बहादुरी की तस्वीर आपको रोमांचित करने के लिए काफी है. जिसमें वो एक छोटी नदी की तरह दिखने वाली तेज बहाव वाली नहर में डूबती दिखाई पड़ रही है. लेकिन खुद को बचाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है. उसी दौरान नहर किनारे एक मोटरसाइकिल सवार ने उसे डूबता देख वीडियो बना लिया और उसे बचाने के लिए वहां समीप में क्रिकेट खेल रहे ग्रामीण बच्चों को आवाज देने लगा. जब उन बच्चों को किसी के डूबने की आवाज सुनाई पड़ी तो उसमें से दो लड़कों ने उसे बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी और तैरकर उसके समीप पहुंच गए. लेकिन उसे निकाल नही पाए क्योंकि वो लड़की खुद को बचाने में उसके पास गए लड़कों को पकड़ कर अपनी ओर खींचने लगती है. जिसके बाद वो लड़के उससे खुद को छुड़ाकर वापस बाहर आ जाते हैं.
क्रिकेट खेल रहे लड़के बने मसीहा
वहीं इस पूरे घटना क्रम को देखने के लिए वहां धीरे धीरे लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है. कुछ देर बाद लोगों को लगता है की लड़की की मौत हो चुकी है लेकिन कुछ क्षण रुकने के बाद फिर वो लड़की खुद को बचाने के लिए हाथ पांव चलाने लगती है. जिसके बाद वापस आए लड़के बाहर से एक रस्सी लेकर जाते हैं और फिर दोबारा उसे बचाने की कोशिश करते हैं. लेकिन एक बार फिर वो लड़की रस्सी की पकड़ से छूटकर नहर में डूबने लगती है.लेकिन ऐसा करते करते वो नहर के किनारे पहुंच जाती है जिसे किसी तरह लोग नहर से निकलने में कामयाब हो जाते हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
जिंदगी और मौत के बीच होने वाले संघर्ष के हर पल रोमांचित कर देने वाले इस वीडियो को अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस पूरे घटना क्रम के प्रत्यक्षदर्शी रजा अंसारी ने बताया की जब वो किसी काम से बिछिया के लिए निकले थे, तभी चफरिया कदम पुलिया के पास एक छोटी लड़की को रोते देखा. मेरे पूछने पर उसने बताया की उसकी बहन पानी में डूब रही है. उनके मुताबिक वो खुद तैरना नही जानते थे. इसलिए उन्होंने वहां जोर जोर से आवाज लगाना शुरू किया. जिसके बाद वहीं समीप ही नहर पटरी पर क्रिकेट खेल रहे कुछ बच्चों ने उनकी गुहार पर नहर में छलांग लगा दी.उन्होंने बताया की इस पूरे घटना क्रम में लड़की ने अपनी जिंदगी बचाने की पूरी कोशिश की और बहादुरी से डटी रही फिर किसी तरह उसकी जान बच सकी है.
बरसात के मौसम में अलर्ट रहने की अपील
जानकारी मुताबिक ये वीडियो जिले के कतरनियाघाट वाइल्ड लाइफ अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के चफरिया गांव के समीप का है. दरअसल, बीते दो दिन पहले इसी चफरिया गांव के ओरीपुरवा मजरे की 14 वर्षीय रेहाना पुत्री मुबारक अपनी छोटी बहन अफसाना के साथ घाघरा बैराज से निकलने वाली सरयू नहर पर मवेशी चराने गई थी. भारी गर्मी के चलते जब वह नहर में पानी पीने के लिए गई तो इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह नहर के तेज बहाव में बहते हुए बीच नहर में पहुंच गई. वहीं मोतीपुर तहसील के एसडीएम संजय कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बरसात के मौसम में लोगों को सजग रहने की सलाह दी और उस बच्ची की जान बचाने वाले लड़कों की तारीफ करते हुए उन्हें पुरुस्कृत करने की बात कही है.
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