Bahraich male wolf news: बहराइच के 50 गांवों में आदमखोर भेड़ियों के आतंक के मामले में एक बड़ी सफलता तब मिली जब एक मादा भेड़िया पकड़ी गई. मंगलवार सुबह पकड़ी गई इस मादा भेड़िया के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि इस झुंड का आखिरी भेड़िया जल्द पकड़ा जाएगा. पर अब कथित तौर पर अकेला कहा जा रहा यह नर भेड़िया और विकराल रूप में सामने आया है. मादा भेड़िया के पकड़ाने की वजह से नाराज होकर इसने आज देर रात फिर दो मासूमों को अपना शिकार बनाने की कोशिश की है.
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बहराइच में मंगलवार-बुधवार की देर रात इस नर भेड़िया ने गदेरन पूर्वा में 11 साल की बच्ची सुमन पर हमला किया. यह बच्ची इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई है. सुमन का इलाज ज़िला अस्पताल बहराइच में चल रहा है. इसके अलावा इसने खैरीघाट की शिवानी को भी निशाना बनाया. बच्ची का इलाज महसी सीएचसी में किया जा रहा है. पहले भी देखा गया है कि इन आदमखोरों के झुंड का कोई भेड़िया जब भी पकड़ा जाता है, तो ये और भी ज्यादा अक्रमक हो जाते हैं. देर रात भी यही हुआ. जब मादा भेड़िया को पकड़ा गया उसके बाद आज देर रात उसके नर ने मासूम पर हमला ही बोल दिया.
ये नर भेड़िया लंगड़ा है!
आपको बता दें कि मंगलवार तड़के करीब 4 बजे आदमखोर भेड़ियों के झुंड में शामिल एक भेड़िए को घाघरा नदी के पास हरबंसपुर गांव के नजदीक पकड़ा गया. बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह के मुताबिक यह पिछले करीब डेढ़ महीने से महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का पर्याय बने छह भेड़ियों के झुंड की पांचवीं सदस्य थी. अब इस झुंड का आखिरी भेड़िया बचा रह गया है, जो लंगड़ा भी है.
17 जुलाई से चल रहा है ऑपरेशन भेड़िया
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक वन विभाग की टीम ने 29 अगस्त को झुंड में शामिल चौथे भेड़िये को पकड़ा था. उसके बाद संभवतः बाकी भेड़िए सतर्क हो गए थे. हालांकि फिर जब 10 सितंबर को मादा भेड़िए को पकड़े जाने में सफसता मिली है, तो लगा कि अब आखिरी भेड़िया के पकड़ाते ही इस आतंक से मुक्ति मिलेगी, लेकिन उससे पहले ही एक और हमला हो गया.
आपको बता दें कि बहराइच की महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का कारण बने छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए पिछली 17 जुलाई से ‘ऑपरेशन भेड़िया’ चल रहा है. इन भेड़ियों के हमले में अब तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो अन्य लोगों की मौत का कारण भी भेड़ियों का हमला ही बताया जा रहा है. हालांकि अभी इसकी पुष्टि होनी बाकी है. वैसे मौत के सरकारी दावों और स्थानीय लोगों के दावों में फर्क है. स्थानीय लोगों के मुताबिक भेड़ियों के हमले में 10 से अधिक मौतें हुई हैं.
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