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तो क्या वाकई इस बार फंस जाएगा बीजेपी के जीत का क्रूज,,क्या पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही हो जाएगा बड़ा खेल..क्या डूब जाएगी बीजपी की सियासी नाव..ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि अब तक बीजेपी के लिए खेवैया माने जाने वाले ही आक्रोश में हैं..गुस्से में हैं वो जो अब तक बीजेपी की चुनावी वैतरणी को पार लगाते आए हैं..इन सवालों के बीच सपा के दिल में भी उम्मीद की लहरें और तेजी से हिलोरे मारने लगीं हैं..जरा सपा सुप्रीमो का ये ट्वीट ही देख लीजिए..अखिलेश यादव कुछ सेकेंड का एक वीडियो शेयर कर लिखते हैं कि-काशी में मछुआ-निषाद-कश्यप समाज के लोगों ने अपनी परम्परागत आजीविका पर भाजपा सरकार द्वारा हमला करने के विरोध में ‘नाव-घेरा’ बनाकर क्रूज़ का मार्ग रोका और सीधा-सीधा ये संदेश दे दिया कि अगले चुनाव में ये समुदाय भाजपा को नदी पार नहीं करने देगा..तो अखिलेश यादव का कहना है कि मछुरा समाज ही बीजेपी के लिए मारक बन जाएगा..तो क्या वाकई,.और ऐसा हुआ तो क्या हाल होगा बीजेपी का.,.खास तौर मोदी मैजिक का वो हम आपको जरूर बताएंगे..लेकिन पहले अखिलेश के इस बड़े दावे के पीछे की असल कहानी जान लीजिए..ये जो वीडियो अखिलेश यादव ने शेयर किया है उस वीडियो की हकीकत जान लीजिए..दरअसल जल्द शुरू होने वाले वॉटर टैक्सी के खिलाफ काशी में नाविकों की ओर से पिछले एक हफ्ते विरोध प्रदर्शन जारी है..कल गंगा आरती के वक्त उस वक्त हड़कंप मच गया जब नाविकों ने चारों तरफ से अपनी नाव से क्रूज को ही घेर लिया..इस दौरान नाविकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया..नारे भी लगाए..थोड़ी देर में मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रशासन के भी आला अधिकारी पहुंच गए और नाविकों को समझाने में जुट गए.. दरअसल इस विरोध प्रदर्शन के पीछे वजह बनारस में गंगा में जल्द शुरू होने वाले वाटर टैक्सी के संचालन का मामला है..जिसको लेकर पिछले एक हफ्ते से वाराणसी के ये नाविक और मछुआ समाज लामबंद है..
Akhilesh yadav on varanasi boatman protest
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