प्रयागराज में अतीक के इलाके में उसी की पुलिस कस्टडी मे हत्या करने वाले तीनों आरोपियों की कहानी जितनी सीधी है उसकी उतनी ही परतें अब खुलने लगीं हैं. इस पूरे कांड में सबसे कम उम्र के आरोपी अरुण कुमार मौर्य की अपनी अलग ही कहानी है. वैसे तो अरुण का जन्म हरियाणा के पानीपत में हुआ जहां पर आज भी उसके दादा और चाचा रहते हैं. तो लेकिन अरुण के माता पिता दोनों ही गांव में रहते हैं. पिता का नाम जहां दीपक है जो पानी पूरी बेचकर अपना गुजर बसर करते थे. लेकिन अरुण अपने दादा के पास पानीपत में रहता था और कभी कभी अपने गांव कासगंज के कादरवाड़ी आया करता था. शनिवार को जैसे ही पुलिस को अरुण के गांव पहुंची तो इस दौरान घर में तो कोई नहीं मिला. लेकिन घर की हालत देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अरुण के घर की क्या हालत थी और फिर सोचिए कि उसके पास 7 लाख रुपए वाली तुर्की में बनी 9 MM की जिगाना पिस्टल कैसे आयी. लेकिन अगर अरुण की पढ़ाई लिखाई की बात करें तो अरुण ने 10वीं तक पानीपत में ही पढ़ाई की. इसके अलावा अरुण का एक 12 साल का छोटा भाई है जो पढ़ाई कर रहा है वहीं एक छोटी बहन भी है. लेकिन अगर अरुण के आपराधिक रिकॉर्ड की बात करें तो अरुण के खिलाफ कासगंज में तो कोई मुकदमा दर्ज नहीं है. लेकिन पानीपत में उसके ऊपर 2 मुकदमे दर्ज बताए गए हैं. जिसमें से एक मामला अवैध अधियार से जुड़ा है. इसके साथ ही साथ दूसरा अन्य मामला मारपीट का बताया गया है.
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Arun Maurya khabar
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