Ghaziabad crime news: गाजियाबाद के मोदीनगर थाना इलाके में पीएचडी के छात्र अंकित खोखर की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस ने उसके मकान मालिक उमेश शर्मा और दूसरे आरोपी प्रवेश को गिरफ्तार किया है. बेहद शातिराना तरीके से हत्या की इस पूरी साजिश को, पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया. हत्यारे ने पूरी कोशिश की कि पुलिस के हाथ उस तक ना पहुंच सकें. हत्या की साजिश को रचने के लिए उसने कुछ फिल्मों और हत्या से जुड़े क्राइम शो को देखा, जिसके बाद उसे पता लगा कि अगर किसी मरने वाले का शव ना मिले तो हत्या की पुष्टि होना बेहद मुश्किल होगा. अब हत्या की खौफनाक साजिश को हम सिलसिले वार तरीके आपको बताते हैं.
ADVERTISEMENT
पीएचडी छात्र अंकित का कत्ल उसने अपने किराए के घर पर ही बीते 6 अक्टूबर को किया गया. हत्या से पहले प्लान के तहत अंकित को नशीला पदार्थ दिया गया, जिससे अंकित बेहोश हो गया. फिर उसका गला दबाकर हत्यारोपी उमेश ने उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद उसने कमरे की साफ सफाई भी की और 2 महीने तक बेहद शातिर तरीके से हत्या के इस राज को पुलिस और अन्य लोगों से इस ततरह छिपा कर रखा कि किसी को कोई शक ना हो.
हत्यारोपी मकान मालिक उमेश शर्मा महेश महज 12वीं पास है लेकिन उसने रुपयों के लालच में ऐसी ख़ौफ़नाक साजिश रची, जिसकी जांच करने वाली पुलिस भी हैरान रह गई. गिरफ्तार मकान मालिक उमेश शर्मा एक हड्डी रोग के डॉक्टर के पास कम्पाउंडर का काम कर चुका था. जहां वह आरी की मदद से टूटे अंग पर चढ़ाए गये प्लास्टर को काटने का काम करता था. हत्या की इस साजिश के सबूतों को मिटाने के लिए उसने इसी औजार का इस्तेमाल कर शव के तीन टुकड़े कर डाले थे.
पुलिस के अनुसार करीब 24 घंटे तक अंकित के के मृत शरीर के टुकड़े हत्यारे के घर पर पड़े रहे. फिर हत्या के अगले दिन उसने अपने एक दोस्त की कार मांगकर उन टुकड़ों को तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया. इस खबर की शुरुआत में शेयर किए गए वीडियो पर क्लिक कर आप जघन्य वारदात की पूरी कहानी देख और सुन सकते हैं.
ADVERTISEMENT