यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में जब केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा, तो सबसे अहम सवाल यह खड़ा हुआ कि क्या उन्हें यूपी की नई सरकार में जगह मिलेगी? शुक्रवार, 25 मार्च को जब केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, तो कई तरह की अटकलों पर विराम लगा. लखनऊ के राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चाएं गाहे-बेगाहे उठती रहती हैं कि केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
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ऐसे में शपथ ग्रहण समारोह के बाद सबकी नजरें इस बात पर टिकी थीं कि आखिर केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम तो बनाए गए, लेकिन उन्हें विभाग कौन सा मिलेगा. क्या पिछली सरकार में उन्हें मिला लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट) उनके पास रहेगा या इसमें बदलाव किया जाएगा.
सोमवार, 28 मार्च को जब योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हुआ, तो इस सवाल से भी पर्दा उठ गया. केशव मौर्य का विभाग बदल दिया गया. इस बार उन्हें पीडब्ल्यूडी की बजाय ग्राम विकास मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है. पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद को सौंपा गया है.
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ग्रामीण विकास एवं समग्र ग्राम विकास-ग्रामीण अभियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर एवं सार्वजनिक उद्यम और राष्ट्रीय एकीकरण विभाग सहित छह विभागों का प्रभार सौंपा गया है.
ऊपर के वीडियो में आप यूपी में हुए विभाग बंटवारे की इस पूरी खबर को विस्तार से देख और सुन सकते हैं.
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