मैनपुरी उपचुनाव: डिंपल के खिलाफ उतरेंगी अपर्णा, बहुओं में भिड़ंत? UP BJP अध्यक्ष से मिलीं

यूपी तक

• 05:05 PM • 10 Nov 2022

Mainpuri Loksabha By Election: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में बीजेपी…

follow google news

Mainpuri Loksabha By Election: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में बीजेपी अपर्णा यादव (Aparna Yadav) पर दांव लगा सकती है. अगर ऐसा होता है तो समाजवादी पार्टी की इस परंपरागत सीट पर नेताजी की दो बहुएं आमने-सामने होंगी. गुरूवार को अपर्णा यादव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी से मुलाक़ात की. वहीं इस मुलाकात के बाद उस चर्चा को और बल मिला जिसमें अपर्णा यादव को सपा के गढ़ मैनपुरी से मैदान में उतारने की कयास लगाए जा रहे थे.

यह भी पढ़ें...

बता दें कि मैनपुरी लोकसभा और अन्य उपचुनाव को लेकर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर होनी है. वहीं इस मुलाकात से पहले भाजपा अध्यक्ष से अपर्णा यादव की मुलाकात के बाद उनके मैनपुरी से उपचुनाव लड़ने की चर्चा काफी तेज हो गई है.

Mainpuri Bypoll 2022: दरअसल, समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को मैनपुरी सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि बीजेपी मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उम्मीदवार बना सकती है. बता दें कि अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं. अपर्णा ने साल 2017 में लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वो बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थी.

वहीं 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अपर्णा यादव ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था.यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हें विधान परिषद भेजने की भी चर्चा थी.

आपको बता दें कि 10 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह का निधन हुआ था. इसके बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई थी. चुनाव आयोग ने मैनपुरी लोकसभा के अलावा रामपुर और खतौली विधानसभा में उपचुनाव का ऐलान किया है. इन उपचुनावों के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है. वहीं इसके परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे.

मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश के पास ये चार विकल्प थे, पर डिंपल यादव को ही क्यों चुना गया? जानिए

    follow whatsapp