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बेंगलुरु की विपक्षी एकता मीटिंग में यूपी से अखिलेश यादव , जयंत चौधरी और कृष्णा पटेल गईं. ऐसे में सवाल उठने लगा कि आखिर जब अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को भी बुलाया गया, तो भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद को क्यों नहीं बुलाया? ऐसा माना जा रहा है कि मायावती के स्पेस को देखते हुए चंद्रशेखर आज़ाद से दूरी बनाई गई है. लेकिन जंतर-मतंर पर चंद्रशेखर आज़ाद की बुलाई रैली को देखकर ऐसा नहीं लगाता है. मंच पर सपा की ओर से स्वामी प्रसाद मौर्या, आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी, कांग्रेस से दीपेंद्र हुंड्डा नज़र आए.इस देखकर ऐसा लगा कि INDIA में चंद्रशेखर की एंट्री तो हो गई है? जब यही सवाल हमने सपा के सरधना से विधायक और अखिलेश यादव के खास अतुल प्रधान से पूछा, तो उन्होंने गोल घुमाते हुए इस बात को मान लिया…
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