यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में संजय प्रकाश राय उर्फ संजय शेरपुरिया नामक शख्स को गिरफ्तार किया है, जो खुद को केंद्र की बीजेपी सरकार का करीबी बताता था. विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार किया गया संजय प्रकाश राय उर्फ संजय शेरपुरिया पर करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है. आरोप है कि उसने किसी को जांच में बचाने के नाम पर ठगा तो किसी को खनन का पट्टा दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की वसूली की है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय शेरपुरिया अपनी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में जान-पहचान का दावा करता था. खबर के अनुसार, पकड़े गए संजय शेरपुरिया ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मनोज सिन्हा (वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर) को 25 लाख रुपये उधार दिए थे. मनोज सिन्हा ने अपने चुनावी हलफनामे में इसे असुरक्षित लोन बताया था.
अभी तक की जांच में यह पता चला है कि संजय शेरपुरिया दिल्ली, गाजीपुर, अहमदाबाद बड़ोदरा में कई फर्जी कंपनियां और एनजीओ से जुड़ा था. कई कंपनियों में संजय शेरपुरिया कागज पर कहीं नहीं होता, लेकिन जब भी उस कंपनी या एनजीओ का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम होता तो वह उसका मुख्य कर्ताधर्ता रहता था. अपने दिल्ली दरबार में पैठ के चलते ही उसने अपने गृह जनपद गाजीपुर में भी खुद को बीजेपी का बड़ा नेता बताना शुरू कर दिया था. वह कई सार्वजनिक कार्यक्रम करवाता था.
गाजीपुर में चर्चा हो गई थी कि संजय शेरपुरिया आगामी 2024 चुनाव में बीजेपी से लोकसभा का चुनाव लड़ेगा. फिलहाल गिरफ्तारी के बाद हुई शुरुआती जांच में संजय शेरपुरिया के मोबाइल से कई व्हाट्सएप चैट में लेनदेन की जानकारी सामने आई है.
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