प्रशासन ने अतीक अहमद के चकिया में स्थित सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करें दफ्तर को तो जमींदोज कर दिया..लेकिन दफ्तर के अंदर पढ़े रजिस्ट्री के पेपर्स, बैलट पेपर की कॉपी, ताश के पत्ते, इलेक्शन में खर्च लाखों-करोड़ों की बेल चीख चीख कर उसके काले गुनाहों और अय्याशी की गवाही दे रहे हैं..हम आपको दफ्तर का वो हिस्सा भी दिखाएंगे जहां दो कब्रें बनी हैं और एक बड़ा सा पीपल का पेड़ भी है..जिसको अवैध तरीके से कब्जा कर के अतीक ने अपना दफ्तर खोल लिया था..
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