Budaun News: साजिद और जावेद ने मिलकर बदायूं में जो खून की होली खेली है, उसे जान पूरा देश हिल गया है. इन दोनों ने मिलकर 2 मासूम बच्चों पर उनके घर में जाकर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी. साजिद ने इस दौरान तीसरे बच्चे पर भी जानलेवा हमला किया. मगर वह बच निकला. मगर उसके 2 भाई नहीं बच पाए. साजिद और जावेद ने दोनों को इतनी बेदर्दी से मारा कि पूरे घर में खून ही खून हो गया. घटना स्थल का सीन देखकर पुलिस भी सकते में आ गई.
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बता दें कि इस हमले में 13 साल का आयुष और 6 साल का आहान मारे गए तो वही इन दोनों का तीसरा भाई 9 साल का पीयूष गंभीर घायल हो गया. इस मामले के सामने आते ही हड़कंप मच गया है. पुलिस ने साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया है. इसी के साथ जावेद फरार है. अब पुलिस को जावेद की भी तलाश है. इसी बीच पीड़ित पिता ने इस केस में हैरान कर देने वाला खुलासा किया है. दरअसल हत्यारे साजिद ने 2 बच्चों की हत्या करने के बाद बच्चों की मां से ऐसा कुछ कहा है, जिसे जान पुलिस भी सन्न है.
बच्चों की मां से बोला- मैंने अपना काम पूरा कर दिया
पीड़ित पिता का कहना है कि जब साजिद ने उसके दोनों बच्चों का कत्ल कर दिया तो साजिद ने उसकी पत्नी से कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है. इस दौरान साजिद के कपड़े खून में सने हुए थे तो वही उसके हाथ में हथियार भी था, जो खून में सना हुआ था.
पीड़ित पिता ने सुनाई साजिद की पूरी करतूत
बता दें कि पीड़ित पिता विनोद कुमार ने इस मामले में FIR दर्ज करवाई है. एफआईआर में पीड़ित पिता विनोद ने बताया, घर के सामने ही साजिद और जावेद की बाल काटने की दुकान है. दोनों सगे भाई हैं. मंगलवार शाम करीब 7 बजे साजिद अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल पर उनके घर आया. उस समय घर पर वह नहीं थे. मगर उनकी पत्नी संगीता और उनकी मां मुन्नी देवी मौजूद थी. घर में उनके 3 छोटे बच्चे आयुष प्रताप (13 वर्ष), पीयूष प्रताप (9 वर्ष) और आहान प्रताप (6 वर्ष) भी थे.
घर आने के बाद साजिद ने उनकी पत्नी संगीता से कहा कि उसकी पत्नी की डिलिवरी आज रात 11 बजे ही होनी है. ऐसे में उसे 5000 रुपये की जरुरत है. जब साजिद ये सब बाते कह रहा था, उस दौरान उसका भाई जावेद घर के बाहर ही मोटरसाइकिल लिए खड़ा था. साजिद की बात सुनते ही संगीता ने उसे पैसे देने के लिए हां कह दिया. इसी बीच साजिद ने पीयूष को किसी बहाने घर से बाहर भेज दिया.
दोनों बच्चों को लेकर घर के अंदर चला गया साजिद
FIR में पीडि़त पिता ने बताया, इसके बाद साजिद ने कहा कि उसका मन घबरा रहा है. वह अपने साथ छोटे बेटे पीयूष को छत पर ले गया. उसने बड़े लड़के आयुष को पानी लाने के लिए भी कहा. इस दौरान उसने अपने भाई जावेद को भी अंदर बुला लिया.
साजिद, जावेद और दोनों लड़के छत पर चले गए. विनोद की पत्नी संगीता जब अंदर से पैसे लेकर बाहर आई तो उसने देखा कि साजिद और जावेद सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे. उनके हाथ में खून से सनी हुई छूरी थी. उन्होंने संगीता को देखते ही कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है. यह देखकर संगीता घबराकर चिल्लाई, तो मोहल्ले के लोग जुट गए. लोगों ने दोनों को पकड़ने की कोशिश की, तो जावेद भाग गया लेकिन साजिद पकड़ा गया. फिर संगीता ऊपर गई तो दोनों लड़के खून से लथपथ मिले. उनकी मौत हो चुकी थी. तभी तीसरा लड़का गुटखे की पुड़िया लेकर आ गया. इसके बाद जावेद ने तीसरे लड़के पर भी हमला किया, छूरी से उसके हाथ में गंभीर चोट आई. पीड़ित पिता का कहना है कि उनकी साजिद और जावेद से कोई दुश्मनी नहीं थी. उन्हें नहीं पता कि साजिद और जावेद ने उनके बच्चों की हत्या क्यों की है.
फिलहाल अब इस केस में पुलिस को फरार हुए जावेद की तलाश है. पुलिस जावेद को पकड़ने की कोशिश कर रही है. माना जा रहा है कि जावेद की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा कर पाएगी. अभी तक किसी को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इन दोनों ने मासूम बच्चों की हत्याएं क्यों की हैं?
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