महिलाओं को तड़पता देख आता था मजा....जेल से बाहर आते ही रेप का आरोपी बना साइको किलर, ऐसा देता घटना को अंजाम

रवि गुप्ता

19 Nov 2024 (अपडेटेड: 19 Nov 2024, 04:41 PM)

Gorakhpur Psycho killer News : वो महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाता है. चोरी के साथ महिलाओं को सिर पर वार कर गंभीर रूप से घायल करने और उनको तड़पते देखने में इसे बहुत मजा आता है.

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Gorakhpur Psycho killer News : वो महिलाओं और युवतियों को अपना शिकार बनाता है. चोरी के साथ महिलाओं को सिर पर वार कर गंभीर रूप से घायल करने और उनको तड़पते देखने में इसे बहुत मजा आता है. काले लिबास में आधी रात को दहशत का पर्याय बने इस साइको किलर को अब गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है.  बता दें कि इस साइको किलर ने अब तक पांच महिलाओं और युवतियों पर हमला किया था, जिसमें  एक युवती की मौत भी हो गई.

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पकड़ा गया गोरखपुर का साइको किलर

बता दें कि गोरखपुर के पुलिस लाइन के व्‍हाइट हाउस सभागार में मंगलवार 19 नवंबर को गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने घटना का खुलासा किया. दो साल पहले रेप के मामले में जेल से छूटकर बाहर आए  शख्‍स ने फिर क्राइम करना शुरू कर दिया था.  इस साइको किलर की पहचान गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के राजधानी गांव के मंगलपुर टोला के रहने वाले स्‍वामीनाथ निषाद के पुत्र 20 वर्षीय अजय निषाद के रूप में हुई है. महिलाओं और युवतियों के लिए दहशत का पर्याय बन चुके इस शातिर की गोरखपुर पुलिस को बीते चार माह से तलाश थी. रात के सन्‍नाटे में काले लिबास में नंगे पांव अपने शिकार पर निकलने वाले इस साइको किलर ने चार माह में पांच महिलाओं और युवतियों पर हमला किया है. ये साइको किलर इतना शातिर है कि ये पुलिस की हर गतिविधियों पर नजर रखता रहा. रात के 1 से 4 बजे के बीच ये हमले पर निकलता और घर में चोरी के दौरान महिलाओं पर हमला कर देता. 

ऐसे देता था घटना को अंजाम 

वहीं पकड़े जाने के बाद प‍ुलिस के सामने अजय निषाद ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. उसने पुलिस को बताया कि, जमानत पर छूटने के बाद उसने 29 जुलाई को अपने पहली घटना को अंजाम दिया. उसने   गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के सिंहपुर सहसरा गांव की रहने वाली चमनलाल के घर को निशाना बनाया. वो चोरी की नीयत से उनके घर में घुसा और उसी दौरान घर के अंदर सोई उनकी पत्‍नी माया देवी के चेहरे पर सोते समय हमला कर दिया. खून से लतपथ माया देवी जब गिरकर तड़पने लगी, वो माया देवी को तड़पता देखता रहा.  इस बाद उसने दूसरी वारदात 11 अगस्‍त को अंजाम दी. उसने, उपधवलिया गांव में अपने मायके आई ममता को शिकार बनाया. उसने ममता के सिर और चेहरे पर वार किया और फरार हो गया. गंभीर रूप से घायल ममता का कई दिनों तक इलाज चला, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

महिलाओं को तड़पता देखता था

तीन घटनाओं को अंजाम देने के बाद वो गुजरात के सूरत चला गया फिर तीन माह बाद वापस आया. छठ के पहले अपने गांव आए साइको किलर ने अपना चौथा शिकार गांव की शांति सिंह को बनाया. 9 नवंबर की रात वो उनके दीवार फांदकर उनके घर में घुसा और बगल के कमरे में सो रही शां‍ति सिंह को चेहरे और सिर पर वार कर दिया. इसके बाद उसने शांति सिंह के दो मासूम बच्‍चों को अपना शिकार बनाना चाहा, लेकिन शांति ने अपना हाथ लगाकर मासूम बेटे की जान बचा ली. हैरत की बात‍ ये है कि परिवार के सदस्‍य को घर कुत्ते को उनसे नींद की गोली खिलाकर सुला दिया था. 

पांचवा शिकार उसने गोरखपुर के झंगहा थानाक्षेत्र के जंगल रुसूलपुर नंबर दो टोला कटहरिया की रहने वाले छोटे लाल भारती की 24 साल की बेटी कविता पर किया. इस हमले में कविता के सिर में गंभीर चोटे आईं और उसे अस्‍पताल में भर्ती करना पड़ा. हालांकि कविता के माता-पिता इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. उनका कहना है कि वो इस मामले को तूल नहीं देना चाहते हैं. हैरत की बात ये है कि शुरुआत में जिन चार महिलाओं को अजय निषाद ने अपना शिकार बनाया, वो शादीशुदा थी. जबकि पांचवां शिकार कविता की अभी शादी नहीं हुई है.

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