Mukhtar Ansari News: यूपी में योगी सरकार आने के बाद से माफियाओं पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है. उसी क्रम में बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की इन दिनों नींद खराब है! आए दिन मुख्तार की किसी न किसी मामले पेशी होती है, क्या उसको शशरीर पेश होने में अब डर लगने लगा है? हाल ही में माफिया के खिलाफ बांदा में एक मुकदमा भी दर्ज किया गया है. बीते दिनों जब माफिया ब्रदर्स अतीक-अशरफ की हत्या हुई थी तब ऐसा कहा गया था कि मुख्तार बेचैन होकर एक जगह बैठा रहा था. क्या इसी कारण अब उसे पेशी में जाने से डर लगता है? हालांकि कई बार उसने कोर्ट में जज के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) से पेशी कराए जाने की मांग की थी, जिस कारण अब ज्यादातर मामलों में बांदा जेल से VC के माध्यम से ही पेशी कराई जा रही है. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहती है.
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‘जज साहब मेरी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कराई जाए’
आपको बता दें अतीक-अशरफ की हत्या के बाद मुख्तार सहम सा गया है. उसने जज के सामने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उसकी पेशी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई जाए. अब उसको जान का खतरा सता रहा है. कल यानी सोमवार को भी उसकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई गई, बल्कि कोर्ट के नियम के मुताबिक फैसले के वक्त आरोपी को कोर्ट के समक्ष उपस्थित होना चाहिए.
पूर्व में मुख्तार की खातिरदारी में अफसर हो चुके निलंबित
मुख्तार अंसारी का रसूख या यूं कहें कि जलवा योगी सरकार में भी बरकरार था. उस समय जिले के डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन ने औचक छापेमारी कर उसकी तन्हाई बैरक से आपत्तिजनक सामान बरामद किया था, जिसके बाद इन दोनो अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर शासन को सौंपी थी. इसके आधार पर डिप्टी जेलर सहित 4 जेल कर्मियों को शासन ने निलंबित कर दिया था और विभागीय जांच के आदेश दिए थे.
सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनने के बाद माथा पकड़कर बैठ गया था माफिया
सोमवार को अवधेश राय हत्याकांड मामले में उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी कराई गई, जिसके बाद मुख्तार अंसारी को जज ने दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई. खबर है कि सजा मिलने के बाद माफिया अपना माथा पकड़कर बैठ गया और सीधे उसे कड़ी सुरक्षा के बीच उसकी तन्हाई बैरक में ले जाया गया. सजा के बाद मुख्तार अब परेशान नजर आ रहा है.
योगी सरकार आने के बाद माफियाओं की कमर टूटी
यूपी में योगी सरकार आने से हर प्रकार के अपराधियों में एक खौफ का माहौल है, चाहे वो बड़े अपराधी हों या छोटे. सभी के खिलाफ उनके पुराने मामलों को कोर्ट में प्रभावी पैरवी के माध्यम उन्हें उनके किये की सजा दिलाने में पुलिस प्रशासन को कामयाबी मिल रही है.
अतीक की हत्या के बाद जेल की बढ़ा दी गई थी सुरक्षा
आपको बता दें प्रयागराज में अतीक-अशरफ की हत्या के बाद जेल कैम्पस में अंदर से लेकर बाहर तक सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, क्योंकि अतीक को मारने वालो में से एक शूटर बांदा का भी था. जेल कैम्पस में मेन गेट में PAC के साथ साथ सिविल पुलिस का पहरा जारी है, हर अंदर बाहर करने वालो पर CCTV के साथ साथ जेल कर्मी भी नजर रख रहे हैं. मुख्तार की बात करें तो उसकी सुरक्षा में दर्जन भर से ज्यादा बॉडी कैम से लैस जवान सुरक्षा में तैनात हैं.
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