सातवें फेज से पहले योगेंद्र यादव ने बताया UP में भाजपा कितनी सीटें जीतेगी, हैरतअंगेज है आंकड़ा

यूपी तक

• 02:37 PM • 30 May 2024

कई राजनीतिक जानकार अनुमान लगाकर यूपी को लेकर अपने-अपने आंकड़े साझा भी कर रहे हैं. इस बीच राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने यूपी Tak के सहयोगी न्यूज Tak से खास बातचीत में यूपी को लेकर बड़ा अनुमान लगाया है, जिसे आप खबर में आगे जान सकते हैं.

UPTAK
follow google news

Yogendra Yadav on UP Loksabha Election Result: 19 अप्रैल 2024 को देश में शुरू हुआ लोकसभा चुनाव बस अब अपनी समाप्ति की ओर है. एक जून को सातवें और आखिरी फेज की वोटिंग होगी और फिर चार जून को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. इस बीच चुनाव के नतीजे कैसे होंगे उसे लेकर कयासबाजी लगनी शुरू हो गई है. तमाम चुनावी विश्लेषकों के साथ-साथ अलग-अलग जगहों के सट्टा बाजार अपने-अपने दावे कर रहे हैं.  इस बीच राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने यूपी Tak के सहयोगी न्यूज Tak से खास बातचीत में यूपी को लेकर बड़ा अनुमान लगाया है, जिसे आप खबर में आगे तफ्सील से जान सकते हैं.

यह भी पढ़ें...

योगेंद्र यादव के मुताबिक भाजपा कितनी सीटें जीतेगी?

Tak चैनल्स के क्लस्टर हेड नीरज गुप्ता के सवाल 'इस बार यूपी में क्या होने जा रहा है?' के जवाब में योगेंद्र यादव ने कहा, "इस बात में कोई दो मत नहीं है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अलोकप्रिय नहीं हैं, वहां भाजपा ने जो राशन बांटा है इसका उसे फायदा मिल सकता है. मगर वहां सबसे बड़ा मुद्दा भाजपा सांसदों की नाराजगी का है. यूपी में भाजपा के सांसदों से जनता नाराज है, जिसका खामियाजा उसे सीटों के नुकसान में हो सकता है. तो ऐसे में मैं कह सकता हूं कि यूपी में इस बार भाजपा 50 से 52 सीटें पर सिमट सकती है. और अगर ज्यादा नुकसान हुआ तो यह आंकड़ा 40 से 42 तक जा सकता है." 

 

 

मालूम हो कि 2019 में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने यूपी में 64 सीटें जीती थीं. बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर सीट पर पर जीत हासिल की थी. इसके बाद यह आंकड़ा 66 हो गया था.  

अपने अनुमान के पीछे क्या है योगेंद्र यादव का तर्क?

योगेंद्र यादव ने अपने अनुमान को साबित करने के लिए तर्क देते हुए कहा, "मैंने यूपी में करीब 1000 किलोमीटर की यात्रा की. मुझे इस दौरान सिर्फ एक शख्स को छोड़कर कोई भी यह कहता हुआ नजर नहीं आया कि मैंने पिछली बार भाजपा को वोट नहीं दिया था, लेकिन इस बार दूंगा. मगर ऐसा सपा और कांग्रेस को लेकर नहीं दिखा. इसके अलावा बसपा खुद में कमजोर होती नजर आ रही है और उसका वोट इस बार सपा और कांग्रेस के पाले में जाता हुआ दिख रहा है."

    follow whatsapp