नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर विपक्ष बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार पर जमकर हमलावर है. इस बीच यूपी तक ने कानपुर की कलेक्टर गंज मंडी जाकर नोटबंदी पर व्यापारियों की राय जानी है.
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यहां अनुराग जायसवाल नाम के एक व्यापारी ने बताया, ”जब नोटबंदी की घोषणा हुई थी तो व्यापारी समाज सदमे में आ गया था. इसका दर्द हम लोग अगले 5 और सालों तक नहीं भुला पाएंगे.”
उन्होंने कहा, ”नोटबंदी की वजह से हमारी कितनी रकम दब गई. किसी प्रकार से जोड़-तोड़ करके हमने फिर से पूंजी की व्यवस्था की. हम लोग उस काले दिवस को भूल नहीं सकते हैं.”
एक अन्य व्यापारी ने कहा कि नोटबंदी से व्यापार को जो झटका लगा था, उसके बाद धीरे-धीरे चीजें पटरी पर आनी शुरू हुई हैं, लेकिन नोटबंदी के पहले व्यापार की जो स्थिति थी, अभी भी वो स्थिति नहीं बन पाई है.
आशीष मिश्रा नाम के व्यापारी ने कहा, ”जहां पर घूस 1 हजार रुपये होती है, वहां पर घूस 10 हजार रुपये हो गई है. नोटबंदी से छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी तक परेशान हुआ. दुकानदारों की रकम मारी गईं. वो काली रात और वो काला दिन कोई भूल नहीं सकता.”
वहीं, पवन कुमार गुप्ता ने कहा कि अब थोड़ी-बहुत स्थिति सुधर रही है, लेकिन आज भी व्यापारी पूरी तरह से उबर नहीं पाया है. उन्होंने कहा कि बीच में कोरोना काल भी आ गया, जिससे मुश्किलें बढ़ गईं.
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