Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने आज चार बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है. इनमें आरोपी के साथ ही उसकी पत्नी और बेटा-बेटी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक व्यक्ति फर्जी डॉक्टर बनकर अपने परिवार के साथ कानपुर में काफी समय से रह रहा था. इनके पास से भारत और बांग्लादेश के दो-दो पासपोर्ट मिले हैं.
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पुलिस के अनुसार, डॉ. रिजवान नाम का व्यक्ति पिछले कई साल से कानपुर के आर्य नगर में स्थित एक अपार्टमेंट में रहता था. यह अपार्टमेंट 40 हजार रुपए महीने के किराए पर था. डॉ. रिजवान क्या काम करता था, इस बारे में छानबीन की जा रही है.
वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी पाकिस्तान की भी यात्रा कर चुका है. उसके पास से भारी मात्रा में कैश और अमेरिकी डॉलर मिले हैं. पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों को भी को सूचना दे दी है. डॉ. रिजवान के पास से पुलिस को बांग्लादेश और इंडिया के दो-दो पासपोर्ट मिले हैं. इसके अलावा 14 लाख रुपए कैश के साथ-साथ अमेरिकन डॉलर भी काफी मात्रा में मिले हैं.
वहीं इस पूरे मामले पर कानपुर के ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि इन बांग्लादेशियों के फर्जी सर्टीफिकेट बनाने के लिए सपा विधायक इरफान सोलंकी के नाम से जारी किया गया एक एक लेटर मिला है. इस लेटर में लिखा गया है कि ये कानपुर के मूलगंज के मूल निवासी हैं. सपा विधायक ने इनको मूलतः मूलगंज का रहने वाला बताया था, जबकि हकीकत में यह बांग्लादेश के रहने वाले हैं. पुलिस ने डॉ रिजवान उनकी पत्नी उनके बेटा बेटी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. विधायक इरफान सोलंकी के समर्थन का लेटर डॉ. रिजवान के पास से बरामद हुआ है. अगर जांच में विधायक के साइन सही पाए गए तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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