कानपुर के चर्चित कुशाग्र अपहरण-मर्डर केस में आरोपियों को रिमांड में लेने के बाद सोमवार देर रात पुलिस भारी फोर्स के साथ दोनों आरोपियों को मौका-ए- वारदात पर लेकर पहुंची और पूरे घटना का सीन रीक्रिएट किया.
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आरोपी प्रभात ने बताया कि जब वह चाय पीने के बहाने जैसे ही कुशाग्र को अपने कमरे में लेकर गया, तो कमरा बंद करते ही उसने कुशाग्र से कहा कि अब दो दिन तुम्हें यहीं रहना पड़ेगा. इसके बाद कुशाग्र ने आरोपी प्रभात को कहा कि क्यों मजाक कर रहे हो. इतने में दोनों के बीच धक्का-मुक्की हुई और प्रभात ने उसे जमीन पर गिरा दिया और रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.
वहीं, पुलिस आरोपियों से लगातार पूछता कर रही है और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि दोनों आरोपियों (रचिता और प्रभात) की क्या मानसिकता थी, जिसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया.
रिमांड पर पूछताछ के दौरान रचिता फूट-फूट कर रो पड़ी. उसने लव, प्रेग्नेंसी और अबॉर्शन से लेकर लिव-इन में काट रही जिंदगी के एक-एक राज खोलकर रख दिए. उसने अपने किए पर अफसोस जताया और फफक कर रोने लगी.
दरअसल, 6 साल पहले अर्चना प्रभात के मकान में किराए पर रहती थी. इस दौरान दोनों के बीच में प्रेम संबंध हुए, जिसकी जानकारी होने के बाद प्रभात के पिता ने रचिता को घर से निकाल दिया. उसके बाद भी दोनों के संबंध खत्म नहीं हुए और रचना प्रेग्नेंट हो गई.
दोनों के पास शादी के पैसे तक नहीं थे जिसके बाद उसे अपना एबॉर्शन करना पड़ा. प्रेम, अबॉर्शन और लिव-इन में रहकर वह बुरी तरह से टूट चुकी थी. उसे भी अपना घर बसाने की जल्दी थी.इसलिए दोनों ने मिलकर कुशाग्र के अपहरण और हत्या की साजिश रची और पूरी वारदात को अंजाम दिया.
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