Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज के महाकुंभ में बनाया जाएगा जीरो एनिमल जोन’, ऐसे होगा मुमकिन

शिल्पी सेन

25 Oct 2024 (अपडेटेड: 25 Oct 2024, 07:16 PM)

Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं. 12 साल में एक बार लगने वाले महाकुंभ के लिए कई नए तरह के प्रयास किए जा रहे हैं.

Sadhus and Pilgrims are celebrating in Maha Kumbh Mela at Allahabad Sangam in Uttar Praadesh

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Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं. 12 साल में एक बार लगने वाले महाकुंभ के लिए कई नए तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा की ध्यान में रखते हुए इसे ज़ीरो एनिमल ज़ोन( Zero Animal Zone) घोषित किया जाएगा. महाकुंभ क्षेत्र में निर्धारित स्थान पर ही पशु रखे जाएंगे. इसके लिए यूपी सरकार ने योजना तैयार कर ली है. इसकी जिम्मेदारी प्रयागराज नगर निगम को दी गई है. पशुपालकों के लिए जहां निर्देश जारी किए गए हैं, वहीं अलग अलग पशुओं के लिए शेड भी बनाया जाएगा.

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पशुओं को निर्धारित क्षेत्र के बाहर रखने का प्लान तैयार 

महाकुंभ क्षेत्र को पहली बार ज़ीरो एनिमल ज़ोन बनाया जा रहा है. महाकुंभ की तैयारी की समीक्षा करते हुए यूपी  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे. प्रयागराज महाकुंभ के लिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विशेष प्लान तैयार किया है. महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा हो और कुंभ नगरी को स्वच्छ और व्यवस्थित करने में मदद मिले, इसके लिए पूरे क्षेत्र को ( विशेष निर्धारित क्षेत्र छोड़कर) नो एनिमल ज़ोन घोषित किया जाएगा. 

महाकुंभ के पूरे क्षेत्र में कहीं भी बाहर घूमते हुए पशु नहीं दिखाई पड़ेंगे. यूपी सरकार के पशुधन विभाग ने इसका पूरा प्लान तैयार किया है. इसको क्रियान्वित करने की ज़िम्मेदारी प्रयागराज नगर निगम को दी गई है. 

अलग अलग पशुओं के लिए शेड निर्माण 

कार्य योजना के तहत जिन पशुपालकों के पास अपने पशु हैं उनको निर्देश भी दे दिया जा रहा है कि महाकुंभ के दौरान कोई भी पशु सड़कों में बाहर नहीं छोड़ा जाना चाहिए. इसके अलावा अलग-अलग पशुओं लिए आश्रय स्थल का निर्माण भी होगा. इसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है. डॉग और कैट्स जैसे स्मॉल एनिमल्स के लिए 5 शेड्स का निर्माण किया जा रहा है, परेड ग्राउंड में 2, नैनी, झूंसी और फाफामऊ में एक-एक स्मॉल एनिमल शेड बनाया जाएगा. इन आश्रय स्थलों के अंदर ही पशुओं को रखा जाएगा. यहीं पर उनके खाने पीने की व्यवस्था की जाएगी. 

महाकुंभ के क्षेत्र को अलग अलग शहरों से जोड़ने वाले मार्गों पर भी ये व्यवस्था लागू होगी. रीवा रोड, लखनऊ रोड, कानपुर रोड और चित्रकूट मार्ग पर भी यह व्यवस्था की जा रही है. 

टीमों का गठन, 24 घंटे होगी मॉनिटरिंग 

प्रयागराज नगर निगम की 12 टीमें 24 घंटे इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग करेंगी. इसके लिए स्टाफ की ड्यूटी लगायी जाएगी. बड़े पशुओं को महाकुंभ क्षेत्र से बाहर करने के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं. हर टीम में चार सदस्य होंगे. छोटे पशुओं के लिए 5 टीमों का गठन किया गया है. नगर निगम प्रयागराज के पशु चिकित्सा और कल्याण अधिकारी विजय अमृत राज का कहना है कि ‘ महाकुंभ के आयोजन के दौरान सम्पूर्ण कुंभ क्षेत्र एनिमल एक्टिविटी फ्री जोन रहेगा. इसके अंतर्गत संगम क्षेत्र के साथ साथ नैनी, झूंसी और सिविल लाइंस के क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं. इन क्षेत्रों में बड़े और छोटे सभी एनिमल्स की एक्टिविटी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी.’ आपको बता दें कि यूपी सरकार के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है. ऐसे में सारी व्यवस्था चाक-चौबंद रखने की कोशिश की जा रही है.

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