फतेहपुर सीकरी की ये 5 रोचक बातें कम ही लोग जानते हैं!

यूपी तक

03 Aug 2023 (अपडेटेड: 04 Aug 2023, 05:23 AM)

Fatehpur Sikiri News: आगरा से 37 किलोमीटर दूर मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थर से बना एक शहर है और इसे फतेहपुर सीकरी कहा जाता…

फतेहपुर सीकरी की ये 5 रोचक बातें कम ही लोग जानते हैं!

फतेहपुर सीकरी की ये 5 रोचक बातें कम ही लोग जानते हैं!

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Fatehpur Sikiri News: आगरा से 37 किलोमीटर दूर मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थर से बना एक शहर है और इसे फतेहपुर सीकरी कहा जाता है. इस शहर का निर्माण मुगल सम्राट अकबर ने करवाया था. उन्होंने इस शहर को अपनी राजधानी बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन पानी की कमी ने उन्हें यह शहर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. इसके बाद 20 वर्षों के भीतर मुगलों की राजधानी लाहौर स्थानांतरित कर दी गई. फतेहपुर सीकरी का निर्माण 1571 और 1585 के दौरान हुआ था. आज इस भूतिया शहर की आबादी लगभग 30,000 है.

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फतेहपुर सीकरी मस्जिद किसकी नकल है?

यह शहर खंडहर हो चुका है, लेकिन अगर कोई आगरा आता है तो यह देखने लायक जगह है. मगर असल मायनों में फतेहपुर सीकरी एक ऐसी जगह है जहां किसी को कुछ समय बिताना चाहिए. खंडहरों पर सूर्यास्त का दृश्य मनमोहक है. फतेहपुर सीकरी हिंदू और मुस्लिम वास्तुकला की पराकाष्ठा का सर्वोत्तम उदाहरण है. कहा जाता है कि फतेहपुर सीकरी मस्जिद, मक्का की मस्जिद की नकल है और इसके डिजाइन फारसी और हिंदू वास्तुकला से लिए गए हैं.

जानिए फतेहपुर सीकरी के 5 रोचक बातें

फतेहपुर सीकरी का नाम: फतेहपुर सीकरी का नाम उस विजय के बाद रखा गया था, जिसने अकबर को गुजरात के आंधेरे राजा राणा सांगा से जीता था. “फतेह” का अर्थ होता है “विजय” और “सीकरी” उस स्थान का नाम है जहां अकबर का शासनिक मकान था.

बुलंद दरवाजा: फतेहपुर सीकरी में सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है बुलंद दरवाजा. इसे 1601 में बनवाया गया था और यह अकबर की विजय के अवसर पर निर्मित किया गया था. यह उच्चतम दरवाजे में से एक है और इसकी ऊंचाई लगभग 54 मीटर है.

पंच महल: फतेहपुर सीकरी में पंच महल नामक पांच महल हैं, जो अकबर की रानियों के निवास थे. इनमें से सबसे प्रसिद्ध महल है जोधा बाई का महल और बीरबल का महल. इन महलों की विशाल आर्किटेक्चर और सजावट को देखकर आपको विचित्रता का अनुभव होगा.

दरगाह-ए-सलीम चिश्ती: फतेहपुर सीकरी में मुहम्मद सलीम चिश्ती का दरगाह भी है, जिसे दरगाह-ए-सलीम चिश्ती के नाम से जाना जाता है. यह सूफी संत हजरत सलीम चिश्ती को समर्पित है और लोग इसे श्रद्धा भक्ति से आत्मिक सांत्वना प्राप्त करने के लिए आते हैं.

फतेहपुर सीकरी की प्रसिद्ध कथा: फतेहपुर सीकरी अकबर शाही दरबार की कई प्रसिद्ध कथाओं के भी एक केंद्र रहा है. उनमें से एक कथा है “नवरत्नों की कठपुतली,” जिसमें बिरबल ने एक कठपुतली नाच का आयोजन किया था और अकबर ने इसका खूबसूरत आनंद लिया था.

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