अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में बीते दिनों छात्रों द्वारा फलस्तीन के समर्थन में निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च को लेकर राजनीति तेज हो गई. सत्ताधारी पार्टी भाजपा के नेताओं ने AMU के छात्रों का जमकर विरोध किया. इस बीच जब इस प्रोटेस्ट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अलीगढ़ पुलिस ने एएमयू के चार छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया.
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इसको लेकर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कहा कि यह सब कुछ एक दबाव के नाते किया जा रहा है, क्योंकि AMU के छात्र धरना देकर पिछले कई दिनों से छात्र संघ चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं. छात्रों ने कहा कि अगर केस करना है तो कांग्रेस पार्टी पर भी करना चाहिए क्योंकि उन्होने भी फलस्तीन का समर्थन किया है. छात्रों ने कहा कि वे एएमयू के खिलाफ हुई बयान बाजी को लेकर राष्ट्रपति को एक पत्र लिखेंगे ताकि ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके.
गौरतलब है कि हमास चरमपंथियों द्वारा इस सप्ताहांत में इजराइल पर किए गए अभूतपूर्व हमले के बाद इजराइल के युद्धक विमान गाजा (फलस्तीन का एक शहर) पर निशाना साध रहे हैं. वहीं, बीते दिनों AMU के छात्रों ने फलस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की थी, जिसका काफी विरोध हुआ.
क्या कहा था कांग्रेस ने?
फलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के इजरायल पर किए रॉकेट हमले के बाद जंग जारी है. इस बीच सोमवार (9 अक्टूबर) को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग में प्रस्ताव पास किया गया. इसमें फलस्तीन का जिक्र किया गया है. ये प्रस्ताव कांग्रेस ने अपने अधिकारिक हैंडल सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया. कांग्रेस ने अपने प्रस्ताव में कहा, ”अब सीडब्लयूसी मीडिल ईस्ट में छिड़े युद्ध और हजार से अधिक लोगों के मारे जाने पर पीड़ा व्यक्त करती है. सीडब्लयूसी फलस्तीनी लोगों के जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालीन समर्थन को दोहराती है.”
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