Uttar Pradesh by election: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए बुधवार को पांच उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया. इसके बाद अब 90 उम्मीदवार मैदान में हैं.नामांकन वापसी के अंतिम दिन जिन उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस लिया, उनमें कुंदरकी सीट पर दो (जयवीर सिंह और बृजानंद - दोनों निर्दलीय) और मीरापुर (शाह मोहम्मद राणा - निर्दलीय), सीसामऊ (मोहम्मद आफताब शरीफ - राष्ट्रवादी जनतांत्रिक पार्टी) और कटेहरी (कृष्णावती - राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी) में एक-एक उम्मीदवार शामिल हैं. निर्वाचन आयोग ने 18 अक्टूबर को आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी की थी.
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आयोग के मुताबिक, नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्टूबर को हुई. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर थी. मतदान 13 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी. निर्वाचन आयोग ने 15 अक्टूबर को यूपी की नौ सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की थी, जिसमें अदालत में चल रहे मामले के कारण मिल्कीपुर (अयोध्या) को छोड़ दिया गया था.
कटेहरी (अंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इनमें से आठ सीटें लोकसभा चुनाव में अपने विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं, जबकि सीसामऊ सीट पर सपा विधायक इरफान सोलंकी की अयोग्यता के कारण उपचुनाव हो रहा है, जिन्हें एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराया गया था.
अब तक दाखिल किए गए नामांकनों की कुल संख्या 149 थी, जिसमें मीरापुर (34), कुंदरकी (19), गाजियाबाद (19, खैर (6), करहल (10), सीसामऊ (11), फूलपुर (19), कटेहरी (14) और मझवां (17) शामिल हैं. जांच के बाद 95 नामांकन वैध पाए गए और नाम वापसी की अंतिम तिथि के बाद उपचुनाव वाली नौ सीटों से 90 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं.
चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी पर सपा का कब्जा था, जबकि भाजपा ने फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर पर जीत हासिल की थी. मीरापुर सीट राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के पास थी. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने उन नौ विधानसभा सीटों में से आठ के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी, जहां 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे, जबकि एक सीट उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए छोड़ी गई है.
इससे पहले कांग्रेस ने घोषणा की थी कि वह नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी और सपा उम्मीदवारों या अन्य 'इंडिया' गठबंधन के दलों की जीत सुनिश्चित करने के लिए बिना शर्त काम करेगी. कांग्रेस का यह बयान समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान के एक दिन बाद आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'इंडिया' गठबंधन के सभी उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिन्ह 'साइकिल' पर उपचुनाव लड़ेंगे.
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