उपचुनाव के लिए यूपी में सियासी हलचल शुरू, सपा ने बुलाई बैठक, अखिलेश यादव ने तैयार किया खाका

यूपी तक

06 Jul 2024 (अपडेटेड: 06 Jul 2024, 07:06 PM)

Uttar Pradesh News  : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के बाद अब देश भर के सियासी रणनीतिकारों की निगाहें उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर है.

Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav

Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav with wife MP Dimple Yadav

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Uttar Pradesh News  : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के बाद अब देश भर के सियासी रणनीतिकारों की निगाहें उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर है. उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन तैयारी में जुट गए हैं. इस उपचुनाव में लोकसभा की तरह ही बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी टक्कर होने के अनुमान है. वहीं उपचुनाव की तैयारियों को लेकर शनिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी  पदाधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की. 

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अखिलेश यादव ने की बैठक

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी कार्यालय में अहम बैठक हुई. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों, प्रभारियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद, राम गोविंद चौधरी, राजेंद्र चौधरी समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद सपा नेताओं ने कहा कि, 'अयोध्या के मिल्कीपुर समेत सभी सीटों पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ही जीतेगी. आगामी उपचुनाव और 2027 के यूपी चुनाव के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूरी तरह से तैयार हैं. उपचुनाव को लेकर जिला अध्यक्ष, प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ हुई यह बैठक समाजवादी 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है.'

कितनी सीटों पर होने हैं उपचुनाव

उत्तर प्रदेश में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव (UP By Election) होना है, उसमें करहल, मीरापुर, खैर, सीसामऊ, फूलपुर, मझवा, कुंदरकी, गाजियाबाद, कटेहरी और मिल्कीपुर सीट है. इनमें से 5 विधानसभा सीटें सपा कोटे की खाली हुई हैं तो 3 सीटें बीजेपी की रिक्त हुई हैं. इसके अलावा एक सीट आरएलडी और एक सीट निषाद पार्टी की है. यह उपचुनाव एनडीए और इंडिया गठबंधन के लिहाज से दोनों के लिए काफी अहमियत रखता है. वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखने के बाद समाजवादी पार्टी का मनोबल हाई है. हालांकि सीसामऊ से विधायक इरफान सोलंकी को हाल ही में आगजनी के केस में जेल जाना पड़ा जिस वजह से उनकी विधायकी रद्द हो गई. इरफान सोलंकी के विधायकी रद्द होने की वजह से सीसामऊ की सीट पर भी उपचुनाव होना है.

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