Mangesh Yadav News: हरियाणा विधानसभा चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले यूपी का मंगेश यादव एनकाउंटर केस चुनावी मुद्दा बनता हुआ नजर आ रहा है. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस के मंच से मंगेश यादव का जिक्र हुआ. दरअसल, मंगेश यादव को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर के बाद ढेर कर दिया था. मंगेश के एनकाउंटर के बाद यूपी की राजनीति गर्मा गई थी. सपा चीफ अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मंगेश का एनकाउंटर इसलिए किया गया क्योंकि वह यादव था. वहीं, अब यही मुद्दा हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी उठ गया है. गुरुवार को एक चुनावी जनसभा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मौजूदगी में भारत जोड़ो अभियान के संयोजक योगेंद्र यादव ने मंगेश यादव को लेकर एक बड़ा बयान दिया. खास बात यह है कि योगेंद्र यादव ने यह बयान हरियाणा के अहीरवाल इलाके में दिया, जहां यादव वोटर्स का प्रभाव माना जाता है.
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योगेंद्र बोले- यूट्यूब पर मंगेश यादव सर्च करना
जनसभा में आए लोगों से अपील करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि जब वे इस रैली से वापस जाएं तो यूट्यूब पर मंगेश यादव को सर्च करें. उन्होंने कहा, "बस यूट्यूब देख लेना कि मंगेश यादव कौन था, यूपी पुलिस ने उसकी हत्या क्यों की, बाकी सब अपराधियों को क्यों बचाया गया था. सिर्फ मंगेश यादव की ही हत्या क्यों हुई?"
उन्होंने आगे कहा, "सच्चाई ये है कि भाजपा जैसे हरियाणा में जाट समाज के खिलाफ सब लोगों को भड़काती है, ठीक उसी तरह यूपी और बिहार में यादवों के खिलाफ भड़काने का काम बीजेपी करती है."
आखिर योगेंद्र यादव ने क्यों किया मंगेश का जिक्र?
आपको बता दें कि योगेंद्र यादव ने अपना यह भाषण हरियाणा के महेंद्रगढ़ में दिया. महेंद्रगढ़ हरियाणा के अहीरवाल इलाके में आता है. अहीरवाल हरियाणा का वो क्षेत्र है, यहां यादव समाज के लोगों की तादाद ज्यादा है. इस क्षेत्र में भाजपा की पकड़ मजबूत मानी जाती है. ऐसे में सियासी गलियारों में ये चर्चा है कि भाजपा के इस किले में सेंध लगाने के लिए योगेंद्र यादव ने यहां मंगेश यदाव का मुद्दा छेड़ा है. क्योंकि यूपी में मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद विपक्षी पार्टियों ने
क्यों हुआ था मंगेश का एनकाउंटर?
गौरतलब है कि सुलतानपुर जिले में 28 अगस्त को एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान से करीब डेढ़ करोड रुपये के जेवरात लूटे जाने के मामले में पुलिस ने मंगेश यादव समेत अन्य कई को आरोपी बनाया और यादव की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था. इसके बाद यूपी पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने पांच सितंबर को मंगेश को एक मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था.
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