उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव में जातीय समीकरण दुरुस्त करने के मद्देनजर 17 अक्टूबर से ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ की शुरुआत की है.
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इससे पहले बीजेपी राज्य मुख्यालय से शनिवार की शाम जारी बयान में बताया गया था कि पार्टी रविवार से सामाजिक संपर्क अभियान शुरू करेगी और पार्टी के मोर्चे अभियान के तहत ‘सामाजिक प्रतिनिधि’ सम्मेलनों में ‘सबका साथ-सबका विकास-सबके विश्वास’ और सबके प्रयास से आत्मनिर्भर भारत का मंत्र लेकर जन-जन से जुड़ेंगे.
बीजेपी की प्रदेश महामंत्री और सामाजिक संपर्क अभियान की प्रभारी पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य 17 अक्टूबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पंचायत भवन में ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ अभियान की शुरुआत करेंगे.
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत बीजेपी 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 27 सम्मेलन आयोजित करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राज्य में बीजेपी सरकार की ‘जनकल्याणकारी योजनाओं और ऐतिहासिक निर्णयों’ के संबंध में संवाद करेगी.
गौरतलब है कि बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ के नाम पर अलग-अलग जातियों के लोगों को प्रदेश भर से बुलाकर यहां सम्मेलन आयोजित किया था.
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