Kanpur Dehat News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के थाना रूरा के मड़ौली गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई. मृतक महिला के पति कृष्ण गोपाल दीक्षित का आरोप है कि प्रशासन के लोगों ने गांव के कुछ लोगों के कहने पर उनके घर में आग लगवा दी. हालांकि स्थानीय डीएम ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जा रही है. वहीं, अब इस मामले पर राजनीति तेज हो गई है. इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभापसा) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. राजभर ने कहा कि ‘कानपुर की घटना बेहद दुखद है, कुछ अधिकारी भू माफियाओं पर कार्रवाई के नाम पर भूमिहीन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं.’
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सुभापसा अध्यक्ष ने आगे कहा, “भूमिहीनों के लिए कानून है कि कहीं से उन्हें उजाड़ना है तो पहले उनके बसने की व्यवस्था अधिकारी कराएं, एक नोटिस दें उनको कि आपके नाम से वहां जमीन अलॉट हो गई है. तब उनको उजाड़ा जा सकता है. मनमाने तरीके से जो कार्रवाई की गई है. जो एफआईआर हुई है, ऐसे लोगों को तत्काल जेल भेजा जाना चाहिए.
आपको बता दें कि इस मामले में परिजनों की शिकायत पर एसडीएम मैथा ज्ञानेंश्वर प्रसाद, रुरा एसएचओ दिनेश गौतम, लेखपाल अशोक सिंह समेत 40 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है
कानपुर के कमिश्नर राजशेखर ने कहा, “हम लोग पीड़ित के लगाए आरोपों की जांच कर रहे हैं. इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. जो भी दोषी होगा छोड़ा नहीं जाएगा.”
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