बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने सोमवार को मांग की कि उत्तर प्रदेश में नगर निकायों के चुनाव में नगर निगम चुनाव भी मतपत्र से कराए जाएं.
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उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में कहा, ”नगर निगमों और महापौरों के चुनाव ईवीएम से नहीं बल्कि मतपत्रों से ही कराए जाएं. इसके अलावा चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष कराए जाएं. यह हमारी सरकार से और संबंधित अधिकारियों से मांग है.”
राज्य के चुनाव आयुक्त मनोज कुमार के अनुसार 17 महापौरों, 1420 पार्षदों के चुनाव ईवीएम से होंगे जबकि नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्षों, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्यों, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्षों और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के चुनाव मत पत्र के जरिए होंगे.
मायावती ने कहा कि बसपा ने यह चुनाव पूरी तैयारी और दमदारी के साथ लड़ने का फैसला किया, ताकि राज्य में नगर निकाय स्तर पर समाज के सभी वर्गो का पूरा ध्यान रखा जा सके.
रविवार को नगर निकायों के चुनाव की अधिसूचना जारी करते हुये कुमार ने रविवार को पत्रकारों को बताया था कि चुनाव दो चरणों में चार मई और 11 मई को होंगे जबकि 13 मई को मतों की गिनती की होगी.
उन्होंने बताया था, ‘‘राज्य के 760 नगरीय निकाय चुनाव के अन्तर्गत कुल 14,684 पदों पर चुनाव होंगे.’’
उन्होंने बताया था कि 17 महापौरों, 1420 पार्षदों, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्षों, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्यों, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्षों और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिये चुनाव होंगे.
उत्तर प्रदेश में महापौर का चुनाव आगरा, झांसी, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ, कानपुर,गाजियाबाद,वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन नगर निगम में होगा.
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