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UP सिपाही भर्ती पेपर लीक में बड़ा एक्शन, परीक्षा कराने वाली कंपनी Edutest हुई ब्लैक लिस्ट

संतोष शर्मा

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सांकेतिक तस्वीर
Paper leak
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उत्तर प्रदेश में पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. आपको बता दें कि यूपी में पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाली Edutest नामक कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. ये कार्रवाई UPSTF की मेरठ यूनिट की रिपोर्ट आने के बाद की गई है. मालूम हो कि UPSTF ने Edutest कंपनी से संबंधित विनीत आर्य को चार बार नोटिस भी जारी किया है. हालांकि, जब UPSTF ने पूछताछ के लिए विनीत आर्य को बुलाया, तब वह मौके पर नहीं पहुंचे. एसटीएफ को बताया गया कि विनीत आर्य UPSTF की जांच शुरू होते ही अमेरिका चले गए थे और तब से वह वापस नहीं आए हैं.

 

बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा करने की जिम्मेदारी Edutest को दी गई थी . Edutest ने ही एग्जाम पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी को ठेका दिया था. Edutest के लोगों ने ही ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस का मुआयना किया था. वेयरहाउस में रखे बॉक्स से ही पेपर लीक के मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा के कहने पर शुभम मंडल को बुलाकर भर्ती का परीक्षा निकाला गया था.

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मालूम हो कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में लाखों नौजवानों ने एग्जाम दिया था. मगर पेपर लीक की वजह से एग्जाम कैंसिल करना पड़ा था. सिपाही भर्ती रद्द होने के बाद से ही यूपी STF पेपर लीक के आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है. मामले में 300 से ज्यादा आरोपी पकड़े जा चुके हैं.

 

 


कैसे हुआ था पेपर लीक?


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भर्ती परीक्षा का पेपर लीक प्रिंटिंग प्रेस के जरिए हुआ था. जैसे ही पेपर प्रिंटिंग प्रेस से निकला और इसे ट्रांसपोर्ट करवाने वाली कंपनी के पास पहुंची, तभी ये लीक करवा दिया गया. पेपर लीक करवाने के लिए पूरी योजना बनाई गई थी.    

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60 हजार पदों पर निकाली गई थी ये भर्तियां

बता दें कि बीते 17-18 फरवरी के दिन यूपी में सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. 60 हजार से अधिक पदों पर ये भर्तियां निकाली गई थीं. बड़े स्तर पर यूपी के कई जिलों में परीक्षा आयोजित हुई थीं. इन्हें देने के लिए सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार तक से युवा आए थे. मगर सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहले से ही लीक हो गया था.

सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे थे. इसके बाद सिपाही भर्ती बोर्ड ने मामले की जांच की थी. जिसके बाद यूपी सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया था और मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी थी. पेपर लीक होने के बाद पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की DG रेणुका मिश्रा को भी पद से हटाया गया था.

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