कार्तिक संक्रांति 2024: जानें क्या है शुभ मुहूर्त, धार्मिक महत्व और विभिन्न राशियों के लिए फल

यूपी तक

ADVERTISEMENT

kartik sankranti 2024 (AI Generated Image)
kartik sankranti 2024
social share
google news

कार्तिक संक्रांति हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है. यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की संक्रांति को मनाया जाता है. संक्रांति का अर्थ है "परिवर्तन" या "संक्रमण," और यह त्योहार सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश के अवसर पर मनाया जाता है. बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा और संक्रांति के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है.ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस विषय में जानकारी देते हुए श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के प्रधान ज्योतिषाचार्य महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि कल यानी 17 अक्टूबर को कार्तिक संक्रांति मनाई जाएगी.

महंत रोहित शास्त्री के अनुसार, कार्तिक माह में सूर्यदेव तुला राशि मे प्रवेश करते हैं. इस संक्रांति को तुला संक्रांति भी कहते हैं.  सूर्य 17 अक्टूबर  (गुरुवार) को सुबह 07 बजकर 42 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. इस संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 01 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. उन्होंने ये भी बताया कि सूर्य 17 अक्टूबर  से 16 नवंबर तक तुला राशि में रहेंगे. 

 

 

गंगा स्नान का होता है महत्व

कार्तिक संक्रांति के दिन पवित्र गंगा आदि नदियों में स्नान एवं दान-पुण्य के लिए बड़ा अच्छा माना गया है. अगर किसी कारण पवित्र गंगा आदि नदियों में स्नान ना कर सकें तो घर में ही पानी में गंगाजल डाल कर स्नान कर सकते हैं. इसके बाद घर के आस पास के रहने वाले ब्राह्माणों एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन,मिष्ठान दान देकर एक समय भोजन करना चाहिए. इस दिन किया गया दान अन्य शुभ दिनों की तुलना में दस गुना अधिक पुण्य देने वाला होता है.

कार्तिक संक्रांति का फल 

महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि यह संक्रांति मेष,मिथुन, कर्क,सिंह,तुला,वृश्चिक,धनु, मकर एवं कुम्भ  राशि के लोगों के लिए शुभ रहेगी. यह संक्रांति राजनेताओं और ब्राह्मणों के लिए लाभदायक होगी.  हालांकि तुला राशि वालों को इस समय में धैर्य और संयम बनाकर रखना चाहिए. गलत काम, झूठ, पापाचार आदि से दूर रहना होगा.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

कार्तिक संक्रांति के दिन क्या करें क्या ना करें 

इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए. इसके शरीर पर ही नहीं आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं. संक्रांति के दिन सात्विक चीजों का सेवन किया जाता है और भगवान को भी इन्हीं चीजों का भोग लगाया जाता है. इस दिन सत्यनारायण जी,सूर्य देव,अपने इष्टदेव की पूजा का विधान है.


इस दिन राशि अनुसार करें दान

मेष राशि के लोगों को गुड़, मूंगफली, तिल,तांबा की वस्तु, दही का दान देना चाहिए. 

ADVERTISEMENT

वृषभ राशि के लोगों के लिए सफेद कपड़े,चांदी और तिल का दान करना उपयुक्त रहेगा.

मिथुन राशि के लोग मूंग दाल, चावल,पीला वस्त्र, गुड़ और कंबल का दान करें. 

ADVERTISEMENT

कर्क राशि के लोगों के लिए चांदी, चावल,सफेद ऊन, तिल और सफेद वस्त्र का दान देना उचित है.

सिंह राशि के लोगों को तांबा,गुड़, गेंहू सोने और मोती दान करने चाहिए. 

कन्या राशि के लोगों को चावल, हरे मूंग या हरे कपड़े का दान देना चाहिए.

तुला राशि के जातकों को हीरे, चीनी या कंबल,गुड़, सात तरह के अनाज का दान देना चाहिए.

वृश्चिक राशि के लोगों को मूंगा, लाल कपड़ा,लाल वस्त्र, दही और तिल दान करना चाहिए.

धनु राशि के जातकों को वस्‍त्र, चावल, तिल,पीला वस्त्र और गुड़ का दान करना चाहिए.

मकर राशि के लोगों को गुड़,चावल,कंबल, गुड़ और तिल दान करने चाहिए. 

कुंभ राशि के जातकों के लिए काला कपड़ा, काली उड़द, खिचड़ी,कंबल, घी और तिल का दान चाहिए. 

मीन राशि के लोगों को रेशमी कपड़ा, चने की दाल, चावल,चना दाल और तिल दान देने चाहिए.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT