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कार्यकर्ताओं को कुत्ते और गधे से सीख लेने की बात कह फंसे मंत्री संजय निषाद ने दी ये सफाई

रवि गुप्ता

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योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) एक बार फिर अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को ऐसी बात कह दी कि अब कह रहे हैं कि जीभ फिसल गई थी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि कुछ लोग मेरी बातों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं.

ये ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का है. एक कार्यक्रम के दौरान डॉ. संजय निषाद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे. बोलने-बोलते वो अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को कुत्ते और गधे से सीख लेने की बात कह बैठे. अपनी हक की लड़ाई लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं को जगाने का काम मंत्री जी कर रहे थे. जगाते-जगाते वे बहुत गहराई में चले गए.

डॉ. संजय निषाद ने कहा- ‘आप लोगों को गुस्सा कब आएगा हम इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे. कुत्ते के बच्चे को छेड़ो तो उसकी मां दौड़कर मांस निकाल लेती है. कुत्ते के अंदर अपने बच्चे के प्रति प्रेम है, लेकिन आप के किस्से में यदि किसी थाने में चले जाओ तो आपका कोई होमगार्ड नहीं है. किसी कचहरी में चले जाओ आपके बिरादरी का कोई बाबू नहीं है. चले जाओ वीडीओ ऑफिस पर या ब्लॉक पर कोई चपरासी नहीं है. चलें जाओ डीएम ऑफिस पर कोई क्लर्क नहीं है. किसी भी विभाग में जाओगे तो अपने को जीरो पाओगे. तो आपने ऐसा कौन सा काम कर दिया कि उनके बच्चे हीरो हो गए और तुम्हारे बच्चे जीरो हो गए.’

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डॉ. निषाद ने आगे कहा- ‘तुम्हारे बच्चे पेट पालने के लिए दिल्ली जाते हैं.तुम्हारे बच्चे मजदूरी करने के लिए गुजरात जाते हैं. तुम्हारे बच्चे पैसा कमाने के लिए बंग्लुरु जाते हैं. तुम्हारा आदमी शाम को साहब को भोजन देने के लिए बनिया के यहां मजदूरी करता है. अरे यार गदहे से भी कुछ सीख लो. जिसके पास सबसे कम दिमाग होता है, उसे गदहा कहते हैं.’

संजय निषाद ने कहा- ‘गदहे के पीछे अगर उसका दुश्मन खड़ा रहता है तो सब काम छोड़कर गदहा पहले दो लात अपने दुश्मन को लगाता है फिर कहता है कि देख लेंगे दुश्मन को और तुम्हारा दुश्मन 70 साल से तुम्हें लूट रहा है. बार-बार आकर तुमसे वोट लेकर जाता है.पांच दिन तुमसे मिलता है. पांच दिन तुमको पौवा पिलाता है. पांच दिन तुमसे मीठ-मीठ बतियाता है. फिर तुमसे तुम्हारा वोट ले जाता है. अपना सरकार बनाता है. अपना मंत्री बनाता है. अपना विधायक बनाता है. फिर उसका दारोगा आकर तुमको लतियाता है.’

हालांकि इस पर रविवार को देर शाम मंत्री जी ने सफाई दी और कहा कि उनकी जीभ फिसल गई थी. फिसली जीभ के कारण विरोधियों के निशाने पर आए उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री व निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद के सुर अब बदल गए हैं. उन्होंने रविवार को ये कहते हुए अपनी बातें वापस ले ली हैं कि यह जीभ है, कभी-कभी फिसल जाती है. साथ ही कहा कि कुछ लोग मेरी बातों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं.

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कार्यकर्ताओं को गधे व कुत्ते से सीखने की सलाह देने वाली विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कहा कि मेरा मकसद सिर्फ कार्यकर्ताओं को समझाना था न कि उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाना था. इसलिए मैंने उन्हें कुछ उदाहरणों से समझाने की कोशिश कर रहा था. कुछ लोग इसका गलत अर्थ निकाल रहे हैं, इसलिए मैं अपनी बात वापस लेता हूं.

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