आगरा: पेट में लड़की होने का पता चलते ही कराया गर्भपात, महिला को निकाला गया घर से बाहर

अरविंद शर्मा

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Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा से मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां ससुराल पक्ष के लोगों ने विवाहिता के गर्भ का लिंग परीक्षण कराया और जब बेटी होने का पता चला तो जबरन गर्भपात करवा दिया गया. पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद उसके ससुराल वालों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. वहीं, अब परेशान विवाहिता ने सास, ससुर, देवर, ननद और जेठ की बेटी के खिलाफ थाना सदर में लिखित शिकायत दी है. विवाहिता की तहरीर पर पुलिस ने नामजद लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 498, 323, 313 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 और 4 में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

पीड़िता ने क्या बताया?

थाने में की गई शिकायत में विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी 4 मार्च 2017 को मदन लाल बाल्मीकि निवासी नगला पदी न्यू आगरा के साथ हुई थी. विवाहिता का आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराली जनों ने अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया. पहली बेटी के जन्म के बाद ससुराली जनों का उत्पीड़न बढ़ गया. विवाहिता का आरोप है कि ससुराली जनों ने एक बार उसे मिट्टी का तेल डालकर जलाने की कोशिश की, विवाहिता ने बमुश्किल अपनी जान बचाई.

पीड़िता का दावा है कि जब वह दोबारा गर्भवती हुई तो ससुराली जन उसे अपने परिचित डॉक्टर के पास ले गए. उसके गर्भ का लिंग परीक्षण करवाया. लिंग परीक्षण में लड़की होने की जानकारी मिली तो ससुराली जनों ने उसका जबरन गर्भपात करवा दिया. गर्भ में बेटी की हत्या करवा दी गई. इसके बाद जब विवाहिता ने ससुराली जनों का पुरजोर विरोध किया तो 27 जुलाई 2022 को ससुराली जनों ने मारपीट कर उसे को घर से निकाल दिया.

हालांकि अब ये पुलिस जांच का विषय है कि महिला का लिंग परीक्षण किस अस्पताल के किस डॉक्टर ने किया था.

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आपको बता दें कि पीड़िता अब अपनी 2 वर्षीय बेटी के साथ मायके में रह रही है. विवाहिता का कहना है कि उसका पति शराब के नशे का आदी है. कोई काम धाम नहीं करता है. विवाहिता के मुताबिक, ससुर बाबूलाल का 50 वर्ग गज का मकान है. मकान में दो कमरे ऊपर और दो कमरे नीचे बने हुए हैं. एक कमरे में सास कमला देवी और ससुर बाबूलाल रहते हैं. एक कमरे में देवर अरुण और ननद पूनम  रहती है. वहीं, एक अन्य कमरे में जेठ की बेटी प्रिया रहती है. एक कमरे में महिला अपने पति और बेटी के साथ रहती थी. मकान में जगह ना होने की वजह से देवर की शादी नहीं हो पा रही है.

विवाहिता का आरोप है कि ससुराली उस पर दबाव बनाते हैं कि वह अपने पिता से कहकर अपने लिए मकान खरीदे. ताकि कमरा खाली हो जाए और देवर की शादी हो पाए.

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