Amethi Murder Case:अमेठी में दलित शिक्षक के परिवार की हत्या करने वाले चंदन वर्मा का हुआ एनकाउंटर, पुलिस ने पकड़ा तो रोता नजर आया

संतोष शर्मा

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Amethi Crime News: अमेठी में हुई दलित शिक्षक, उनकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चियों की हत्या मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. बता दें कि चार लोगों की हत्या करने वाला आरोपी चंदन वर्मा पुलिस एनकाउंटर में घायल हो गया है. यूपी एसटीएफ ने उसे नोएडा के जेवर टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान पुलिस उसे पिस्तौल बरामदगी के लिए ले जा रही थी, आरोप है कि तभी चंदन ने अचानक एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीन ली और भागने की कोशिश की. इस पर पुलिस ने उसका पीछा किया और उसके पैर में गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया. घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें चंदन रोता हुआ नजर आ रहा है. 

मिली जानकारी के अनुसार, घटना मोहनगंज थाना क्षेत्र की है, जहां चंदन वर्मा पुलिस की गोली से घायल हुआ. उसे तुरंत गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया. चंदन पर आरोप है कि उसने अपनी निजी दुश्मनी के चलते चार लोगों की बेरहमी से हत्या की थी. पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है. इस पूरे प्रकरण ने इलाके में सनसनी फैला दी है और पुलिस प्रशासन मामले की पूरी सच्चाई जानने के लिए तत्पर है. चंदन की गिरफ्तारी और एनकाउंटर की खबरें स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई हैं. 

 

 

क्यों की चंदन की चार लोगों की हत्या?

ऐसा दावा है कि चंदन का मृतक टीचर सुनील भारती की पत्नी पूनम भारती से अफेयर था और इसी कारण यह वारदात घटी.  यूपी Tak की टीम ने जब इस मामले की तफ्तीश की तो पता चला कि रायबरेली के मूल निवासी मृतक सुनील भारती 2020 तक यूपी पुलिस के जवान थे. 2021 में उनकी नियुक्ति सरकारी टीचर के रूप में हुई. इसके बाद वह अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में किराए के मकान में अपने परिवार के संग रहने लगे. साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि आरोपी चंदन का मृतक की पत्नी पूनम से अफेयर चल रहा था. चर्चा है कि प्रेम प्रसंग तब से था जब पूनम की शादी भी नहीं हुई थी. मगर शादी के बाद दोनों की बातचीत रुक गई थी जो हाल फिलहाल में फिर से शुरू हो गई थी.     

बता दें कि तफ्तीश में ये भी पता चला है कि मृतक सुनील के घर के पास चंदन के कुछ रिश्तेरदार रहते थे. उनमें चंदन की सगी बहन और दूर का रिश्तेदार दीपक सोनी शामिल है. 

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घटना वाले दिन क्या हुआ था?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना वाले दिन 3 अक्टूबर को चंदन सबसे पहले दीपक की मोबाइल की दुकान पर पहुंचा. यहां उसने अपनी बाइक खड़ी की. इसके बाद वह टीचर के घर पहुंचा और यहां उसने सुनील, पूनम और उनकी दो नाबालिग बेटियों की कथित तौर पर जान ले ली. यहां गौर करने वाली बात यह है कि सुनील के घर के पास एक दुर्गा पंडाल लगा हुआ था, जिसकी वजह से आसपास बहुत शोर था. शोर की वजह से गोलियों की आवाज लोग नहीं सुन पाए. मगर सुनील के मकान मालिक ने गोलियों की आवाज सुन ली थी. इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी लोगों को दी. जब लोग घर आए तब तक चंदन फरार हो चुका था और सब की मौत भी हो चुकी थी. 

सुनील ने की थी चंदन की शिकायत

अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को पता चला कि परिवार ने चंदन वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम, 1989 के तहत शिकायत दर्ज कराई थी. सिंह के मुताबिक सुनील ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया था कि 'अगर उसे या उसके परिवार को कुछ होता है तो इसके लिए चंदन वर्मा जिम्मेदार होगा.'    

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