चंदौली में पिस्टल लेकर नामांकन करने पहुंचे थे BSP उम्मीदवार सत्येंद्र मौर्य, आखिर क्यों? खुद बताई वजह

उदय गुप्ता

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Chandauli Loksabha Seat: लोकसभा के सातवें चरण के मतदान के लिए यूपी में नामांकन की प्रक्रिया जारी है. सातवें चरण में जहां-जहां मतदान होना है, वहां प्रत्याशी नामांकन कर रहे हैं. मगर नामांकन के दौरान कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आ जा रही हैं, जिन्हें देखकर काफी हैरानी हो रही है. ऐसा ही एक मामला उसे वक्त सामने आया जब चंदौली लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य कमर में पिस्टल लगाकर नामांकन करने पहुंच गए. हालांकि नामांकन स्थल के बाहर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद उन्हें बिना असलहा नामांकन स्थल के अंदर जाने की परमिशन दी गई. 

बाद में पुलिस ने उनके शस्त्र लाइसेंस की जांच पड़ताल भी की और उन्हें इस बात की नसीहत देकर पिस्टल उनके हवाले कर दी  गई कि आचार संहिता के दौरान अब वह असलहा लेकर कहीं नहीं घूमेंगे. उधर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य ने अपनी सफाई में कहा है कि जल्दबाजी में वह पिस्टल लेकर नामांकन स्थल पर पहुंच गए थे.

चंदौली में सातवें चरण में होना है मतदान

दरअसल चंदौली में सातवें चरण में लोकसभा का चुनाव होना है और फिलहाल नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. बहुजन समाज पार्टी ने चंदौली लोकसभा से सत्येंद्र कुमार मौर्य को अपना प्रत्याशी बनाया है. सत्येंद्र कुमार मौर्य अपने प्रस्तावकों के साथ कल यानी 8 मई को तकरीबन पौने तीन बजे चंदौली कलेक्ट्रेट परिसर में बनाए गए नामांकन स्थल पर नामांकन करने के लिए पहुंचे. नामांकन स्थल परिसर के बाहर पुलिस की बैरिकेडिंग की गई थी. यहां पर प्रत्याशियों सहित अंदर आने जाने वाले सभी लोगो की लगातार चेकिंग चल रही थी. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

चेकिंग में पकड़े गए थे मौर्य  

जब बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य नामांकन स्थल पर पहुंचे, तो पुलिस कर्मियों ने उनकी भी चेकिंग की. उस दौरान पता चला कि प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य के पास पिस्टल मौजूद है. पुलिसकर्मियों को उन्होंने बताया कि यह उनकी लाइसेंसी पिस्टल है. मगर पुलिसकर्मियों ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उनको असलहा के साथ अंदर जाने से मना कर दिया. इसके बाद सत्येंद्र कुमार मौर्य ने अपनी पिस्तौल अपने सहयोगी को दे दी. हालांकि हड़बड़ी में कमर से पिस्टल निकालते समय पिस्टल जमीन पर गिर भी गई थी. इसके बाद सत्येंद्र कुमार मौर्य ने अपना नामांकन दाखिल किया और नामांकन करने के बाद बाहर आए.

 

 

जब उनसे वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनके पास उनका लाइसेंसी पिस्टल थी. नामांकन करने का वक्त खत्म हो रहा था, लिहाजा वह जल्दबाजी में पिस्टल अपने साथ लेकर चले आए थे. 

पुलिस ने ये बताया

उधर इस संदर्भ में चंदौली एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने बताया कि 'निर्वाचन लोकसभा सामान्य निर्वाचन में नामांकन के दौरान आज एक दल विशेष के प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने आए थे. वह अपने साथ लाइसेंसी पिस्टल कैरी कर रहे थे. नामांकन स्थल से 200 मीटर की दूरी पर हमने बैरिकेडिंग कर चेकिंग टीम लगाई थी. यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने सतर्कता पूर्वक चेकिंग की, तो उनके पास लाइसेंसी पिस्टल मिली. जब हमने उनका लाइसेंस चेक कराया और असलहा नंबर से मिलान कराया तो इनकी लाइसेंसी पिस्टल सही निकली. उनको हम लोगों ने हिदायत देकर उनका असलहा उनके पक्ष में रिलीज कर दिया है कि इसको आप आचार संहिता के दौरान कैरी नहीं करेंगे.'

 

 

आचार संहिता के दौरान आर्म्स कैरी करने की परमिशन के संदर्भ में एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने बताया कि 'सत्येंद्र कुमार मौर्य वाराणसी के रहने वाले हैं, तो इसके बारे में वाराणसी पुलिस से बात की जाएगी और इसकी जांच कराई जा रही है.'

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT