अब अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर का प्रसाद जांच के लिए भेजा गया, ऐसा क्या हुआ?

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Ayodhya Diwali 2024: भगवान राम देंगे उत्तर प्रदेश में इस बिजनेस को बड़ा आशीर्वाद!
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Ayodhya news: तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थिति भगवान वेंकटेश्वर के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पिछले दिनों मिलावटी घी के इस्तेमाल का मामला सामने आया. यहां लड्डू में कथित रूप से घटिया सामग्री और पशु चर्बी वाले घी के इस्तेमाल के आरोप लगे इसके बाद देशभर के मंदिरों में प्रसाद की शुद्धता को लेकर चर्चा शुरू हो गई. अब यूपी के अयोध्या के मशहूर राम मंदिर के प्रसाद को भी जांच के लिए भेजा गया है. आइए आपको विस्तार से इस मामले की जानकारी देते हैं. 

अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में प्रसाद के रूप में वितरित किए जा रहे इलायची दाने के नमूने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने इकट्ठे किए हैं. पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें जांच के लिए झांसी की एक सरकारी प्रयोगशाला में भेजा है. सहायक खाद्य आयुक्त ने यह जानकारी दी है. राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि प्रसाद के रूप में औसतन रोजाना इलायची दाने के 80,000 पैकेट बांटे जाते हैं. 

हैदरगंज में तैयार होता है इलायची दाने का प्रसाद

सहायक खाद्य आयुक्त मानिक चंद सिंह ने इस संबंध में न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के माध्यम से इस संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके बाद हैदरगंज में उस स्थान से नमूने खरीदे गए जहां इलायची दाने का प्रसाद तैयार किया जाता है. इन नमूनों की जांच के लिए इन्हें झांसी राज्य प्रयोगशाला भेजा गया है. 

तिरुपति प्रसाद विवाद को लेकर अयोध्या, प्रयागराज, मथुरा से देखने को मिली थी प्रतिक्रियाएं

आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू प्रसाद में कथित मिलावट को लेकर बढ़ते विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के अयोध्या, प्रयागराज और मथुरा से अहम प्रतिक्रियाएं सामने आई थीं. राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने देशभर में बेचे जा रहे तेल और घी की शुद्धता पर सवाल उठाते हुए इनकी जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि कहा कि देवताओं को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद मंदिर के पुजारियों की देखरेख में ही तैयार किया जाना चाहिए.

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