डिंपल की जीत में शिवपाल की खूब हो रही वाह-वाही, अब ‘चाचा’ को अखिलेश दे सकते हैं ये गिफ्ट!

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UP Political News: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के नतीजे मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए खासे उत्साहजनक रहे. गुरुवार सुबह मतगणना का पिटारा खुलने पर मैनपुरी में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने अपना दबदबा दिखाया और शाम होते-होते शानदार जीत दर्ज कर ली.

आपको बता दें कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी और पार्टी मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को दो लाख 88 हजार 461 मतों से पराजित किया. इस तरह मैनपुरी लोकसभा सीट पर वर्ष 1996 से चला आ रहा सपा का कब्जा बरकरार रहा. यह सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण खाली हुई थी.

डिंपल को सबसे ज्यादा एक लाख छह हजार 497 मतों की बढ़त सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जसवंत नगर से मिली. शिवपाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मनमुटाव दूर करते हुए इस उपचुनाव में डिंपल के पक्ष में जोर-शोर से प्रचार किया था और लंबे वक्त के बाद पूरा यादव कुनबा एकजुट नजर आया था.

चाचा को मिलेगा अब कोई बड़ा गिफ्ट!

मैनपुरी उपचुनाव में बड़ी जीत के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि ‘चाचा शिवपाल को बड़ी जिम्मेदारी मिलना स्वाभाविक है. चाचा के आने से संगठन और पार्टी में लाभ पहुंचा है. आगे भी हम मिलकर काम करेंगे पार्टी को और लाभ मिलेगा.”

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बता दें कि मैनपरी में जीत के बाद समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के विलय का फैसला हुआ. खुद अखिलेश यादव ने पार्टी का झंडा शिवपाल यादव को देते हुए विलय के फैसले पर मोहर लगा दी है.

क्या नेता विपक्ष बनाए जा सकते हैं शिवपाल?

Mainpuri By Election: सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि डिंपल यादव द्वारा मैनपुरी उपचुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव विधानसभा में शिवपाल यादव को नेता विपक्ष बना सकते हैं. शिवपाल को नेता विपक्ष बनाने की वजह यह बताई जा रही कि उन्होंने मैनपुरी उपचुनाव में जमकर मेहनत की है. हालांकि ये अभी बस कयासबाजी है, इसकी कहीं से पुष्टि नहीं हुई है.

मैनपुरी उपचुनाव: डिंपल की जीत के बाद अखिलेश बोले- ‘नकारात्मक राजनीति कभी सफल नहीं होती है’

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