अखिलेश के खासम खास आलोक रंजन हार गए थे राज्यसभा चुनाव, पल्लवी पटेल बोलीं- मुझे कोई दुख नहीं

अभिषेक मिश्रा

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Akhilesh Yadav & Pallavi Patel News: अपना दल (कमेरावादी) की ओर से उत्तर प्रदेश की तीन लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उनके साथ गठबंधन 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए था और लोकसभा चुनाव के संबंध में कोई बातचीत नहीं हुई है. अखिलेश के इस ऐलान के बाद शुक्रवार को अपना दल (कमेरावादी) नेता और सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पल्लवी पटेल ने जमकर सपा चीफ पर निशाना साधा. वहीं, उन्होंने कहा कि 'आज नीतीश कुमार के बाद इंडिया अलाइंस ने जो बिहार में किया, आज वही वो राजमाता कृष्णा पटेल जी के साथ यूपी में करने का प्रयास कर रहे हैं.'

राज्यसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी और अखिलेश यादव के खासम खास आलोक रंजन (यूपी के पूर्व मुख्य सचिव) की हार पर पल्लवी पटेल ने कहा, "मुझे इस बात का दुख जरूर है कि सपा का एक प्रत्याशी हार गया. लेकिन वो प्रत्याशी आलोक रंजन हैं, वो हारे हैं मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है. क्योंकि यह वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने पिछड़ों के है हक और अधिकारों को खत्म कर दिया था."

 

 

सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव को जवाब देते हुए पल्लवी पटेल ने कहा, "अपना दल, स्वामी प्रयाद मौर्य, केशव देव मौर्य साथ आए तो 34 फीसदी वोट मिला. इन्हें लगा कि सब इनका है. अब इन्हें फर्क नहीं पड़ता तो ठीक है. ये सपा की जिम्मेदारी है कि यूपी में ये गठबंधन कहां जा रहा है. जब कांग्रेस की सीट तय हो गईं, तो हमारी क्यों नहीं हुईं."

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस ने सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है. इसके मुताबिक कांग्रेस 17 और सपा 63 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. समाजवादी पार्टी ने भदोही सीट विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया’ के घटक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को दे दी है, जहां उसने ललितेश त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार बनाया है.

 

 

गौरतलब है कि अपना दल (के) ने 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन में लड़ा था. उसकी उम्मीदवार पल्लवी पटेल ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर सिराथू में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराया था. मगर हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा और अपना दल के बीच दरार खुलकर सामने आ गई जब पल्लवी पटेल ने कहा था कि वह केवल सपा के ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) उम्मीदवार रामजी लाल सुमन को मत देंगी.
 

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