यूपी में हर सीट पर BJP का 25000 वोट घटा देगा PCS, RO-ARO के छात्रों का आंदोलन? गजब का गणित

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Students Protest in Prayagraj (PTI Photo)
Students Protest in Prayagraj
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Uttar Pradesh News : समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को लेकर लगातार अपनी  प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं गुरुवार को अखिलेश यादव ने छात्रों के प्रदर्शन को लेकर वोटों की ऐसी गणित समझाई,  जिससे भाजपा आगामी चुनाव में दहाई का अंक भी पार ना कर पाएगी.  सपा प्रमुख ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से इस बात को लेकर एक पोस्ट किया. 

अखिलेश यादव समझा रहे वोट बैंक की कैलकुलेशन

अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि, 'भाजपा अगर केवल चुनाव का गणित समझती है तो सुन ले कि PCS/RO/ARO/LOWER SUBORDINATE जैसी अन्य प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार के लोगों को मिला लिया जाए तो ये संख्या लगभग 1 करोड़ होती है. अगर इस ‘महा-संख्या’ को लगभग 400 विधानसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा के लगभग 25000 वोट हर विधानसभा सीट पर कम होंगे मतलब भाजपा दहाई के अंक में सिमट जाएगी.  उम्मीद है, इस गणित को ही समझ कर आज ही भाजपा की हृदयहीन सरकार अत्याचार बंद करेगी और आंदोलनकारी युवाओं की लोकतांत्रिक जायज़ माँग को पूरा करेगी.'

बता दें कि गुरुवार को अखिलेश यादव प्रयागराज पहुंचे.  फूलपुर विधानसभा उपचुनाव के मैदान में उतरे सपा अध्यक्ष ने मंच से छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा छात्रों के बीच बैठने की थी। लेकिन, मैं प्रदर्शन स्थल पर जाता तो कहा जाता कि छात्रों का आंदोलन राजनीति से प्रेरित है. मैं इस मंच से छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन करता हूं.

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छात्रों कर रहे जोरदार प्रदर्शन

बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के ‘पीसीएस प्री’ और ‘आरओ एआरओ’ की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में छात्रों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी है.  उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस प्रीलिम्स 2024 और आरओ/एआरओ प्रीलिम्स 2023 परीक्षाओं को दो दिनों में, दो शिफ्ट में आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय का अभ्यर्थी पहले से विरोध कर रहे हैं. प्रतियोगी छात्र यूपी पीसीएस 2024 और आरओ एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षाओं को पहले की तरह एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि 2 दिन परीक्षा कराए जाने पर होने वाले नॉर्मलाइजेशन से उनका नुकसान होगा. 

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