6 साल बाद सपा कार्यालय पहुंचे शिवपाल यादव, बजट सत्र में योगी सरकार को घेरने की बना रहे रणनीति!
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में प्रसपा का विलय होने के बाद से शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) अपने पुराने अंदाज में नजर आ रहे…
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समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में प्रसपा का विलय होने के बाद से शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) अपने पुराने अंदाज में नजर आ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए हैं. यहां वो सपा विधायक और विधान परिषद् सदस्यों के साथ बैठक करेंगे. बताते चलें कि साल 2017 के बाद पहली बार शिवपाल यादव सपा कार्यालय पहुंचे हैं.
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने ये बैठक सोमवार से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र को लेकर बुलाई गयी है. इस बैठक में सपा विधानसभा में योगी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी करने की रणनीति पर चर्चा करेगी.
यूपी विधानमंडल का बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होगा और राज्य का बजट 22 फरवरी को पेश किए जाने की संभावना है. समाजवादी पार्टी (सपा) ने 15 फरवरी को कहा था कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा में कानपुर देहात जिले में एक अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कथित तौर पर आत्मदाह के कारण एक महिला और उसकी बेटी की मौत का मुद्दा उठाएगी. बता दें कि मैनपुरी चुनाव में डिंपल यादव की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले शिवपाल यादव के लिए अखिलेश ने समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया है. 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पहल पर मतभेद भुलाकर एक हुए अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच ‘तकरार और इकरार’ पूरे साल चलता रहा.
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10 अक्टूबर को मुलायम के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए चाचा-भतीजा (शिवपाल-अखिलेश) सभी मतभेद भुलाकर साथ आए तो सपा उम्मीदवार डिंपल यादव की वहां से रिकॉर्ड मतों से जीत हुई.
2019 में मुलायम ने मैनपुरी सीट 90 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीती थी, लेकिन इस वर्ष उपचुनाव में पांच दिसंबर को हुए मतदान में डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को दो लाख 88 हजार से अधिक वोटों के अंतर से पराजित किया। शिवपाल ने मुलायम की ‘विरासत’ की रक्षा के लिए मैनपुरी में अखिलेश की पत्नी डिंपल के लिए प्रचार किया। प्रचार के दौरान अखिलेश ने भी अपने चाचा के पैर छुए.
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