वाराणसी में बाढ़ से बुनकर प्रभावित, देखिए Varanasi Tak पर स्पेशल वीडियो रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi Tak) जिले में गंगा का जलस्तर (Ganga water level) चेतावनी बिंदु से लगभग महज आधा मीटर ही नीचे रह गया…
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उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi Tak) जिले में गंगा का जलस्तर (Ganga water level) चेतावनी बिंदु से लगभग महज आधा मीटर ही नीचे रह गया…
उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi Tak) जिले में गंगा का जलस्तर (Ganga water level) चेतावनी बिंदु से लगभग महज आधा मीटर ही नीचे रह गया था कि अब धीरे-धीरे गंगा में सोमवार से ही घटाव शुरू हो गया है. गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से एक मीटर नीचे आ पहुंचा है. गंगा के गिरते जलस्तर का असर वाराणसी में उसकी सहायक नदी वरुणा (Varuna River) पर भी पड़ा है.
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नदी किनारे रहने वाले गरीब बस्तियों और खासकर एक दर्जन बुनकर बस्तियों में वरुणा का जलस्तर गिरने से लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन उनकी दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
भांगड़ा के लिए बनाए गए 12 राहत शिविर में शिविर को बंद करने के मकसद से भोजन वितरण बंद कर दिया गया है और बाढ़ प्रभावित शिविर में रहने वालों को जाने के लिए भी कह दिया गया है. जिसके चलते मजबूरी में बाढ़ राहत शिविर में लोग अपना भोजन खुद ही पका रहे हैं, तो वहीं बाढ़ प्रभावित बुनकर बहुल इलाकों में लोगों का कहना है कि उन्हें कभी कोई भी राहत सामग्री या मदद नहीं पहुंची है.
वाराणसी में गंगा और उसकी सहायक नदी वरुणा में बाढ़ का पानी घटना शुरू हुआ नहीं कि बाढ़ राहत कैंप को बंद करने का मौखिक फरमान भी आ गया है. और वहां रहने वाले बाढ़ प्रभावित गरीब लोग किसी तरह राहत कैंप को छोड़कर चले जाएं, इसके लिए वहां पके भोजन का वितरण भी बंद कर दिया गया.
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वाराणसी के वरुणा पार इलाके यानी वरुणा किनारे बसे लोगों के लिए बनाए गए सरैया प्राथमिक विद्यालय में बाढ़ राहत कैंप में ऐसे ही हालात देखने को मिले हैं.
अभी गंगा और उसकी सहायक नदी वरुणा का जलस्तर घटना क्या शुरू हुआ कि सरैया इलाके में बनाए गए सरैया प्राथमिक विद्यालय के बाढ़ राहत कैंप से बाढ़ प्रभावितों को हटाने का फरमान सुना दिया गया. इतना ही नहीं जल्द से जल्द स्कूल को खाली कराने के लिए वहां पका हुआ भोजन भी बांटना बंद कर दिया गया.
इस फरमान पर बाढ़ प्रभावितों ने बताया कि उनका मकान वरुणा नदी के ठीक किनारे हैं, इसकी वजह से उनके मकान में अभी भी बाढ़ का पानी जमा हुआ है, जिसके चलते वह अभी बाढ़ राहत कैंप से नहीं जा सकते हैं. खाना मिलने के बंद होने के बावजूद भी वह मजबूरी में किसी तरह दो पैसे जुटाकर खाना बनाकर अपना पेट भर रहे हैं.
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(पूरी खबर विस्तार से देखने के लिए वीडियो पर क्लिक करें)
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