सर आपके चेहरे पर राजाओं वाला भाव है... ऐसी बातें बोल अवध ओझा ने कैसे कमाए पैसे?
यूपी तक
• 01:44 PM • 02 Dec 2024
अवध ओझा सोमवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं. आइए आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से बताते हैं.
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अवध ओझा आज UPSC की तैयारी करने वाले लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं. उनकी क्लास में इतिहास और राजनीति विज्ञान सिर्फ विषय नहीं, जीवन के सबक बन जाते हैं. अवध ओझा सोमवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं. आइए आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से बताते हैं.
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अवध ओझा ने हमारे सहयोगी वेबसाइट लल्लनटॉप के साथ एक पुरानी बातचीत में अपनी जिंदगी के अनजाने पहलुओं को साझा किया था. इसके मुताबिक 2005 में अवध ओझा ने बड़े सपनों के साथ दिल्ली का रुख किया. लेकिन आर्थिक तंगी ने उन्हें कोचिंग सेंटर चलाने के साथ-साथ बार में वेटर की नौकरी करने पर मजबूर कर दिया.
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मुखर्जीनगर में अवध ओझा ने "ऊष्मा कोचिंग सेंटर" शुरू किया. उस वक्त दिल्ली में रहने और सेंटर का किराया देने के लिए करीब ₹20,000 महीने की जरूरत होती थी.
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दिनभर पढ़ाने के बाद अवध ओझा रात में बार में वेटर का काम करते थे. यह काम सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं, बल्कि जीवन के अनुभवों का खजाना भी बन गया. अवध ओझा के मुताबिक बार में शराब के नशे में लोग तारीफ सुनने को तरसते थे, ऐसे में अगर किसी ग्राहक से कह दिया, "सर, आपके चेहरे पर राजाओं वाला भाव है," तो वे न सिर्फ खुश होते, बल्कि बड़ा टिप भी देते.
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अवध ओझा के मुताबिक, घर से आर्थिक मदद नहीं मिली. इसलिए उन्होंने खुद मेहनत कर अपना रास्ता बनाया. उनकी यह आत्मनिर्भरता आज कई युवाओं को प्रेरित करती है. वेटर की नौकरी ने अवध ओझा को लोगों की मनोविज्ञान और भावनाओं को समझने का नया नजरिया दिया. यह समझ उनके शिक्षण और मोटिवेशनल स्पीच में झलकती है.
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ओझा का संघर्ष यहीं खत्म नहीं हुआ. उनके अनुभवों ने उन्हें न केवल शिक्षण में सफल बनाया, बल्कि उन्हें एक बेहतरीन मोटिवेशनल स्पीकर भी बना दिया. अवध ओझा की कहानी एक सबक है कि संघर्ष चाहे जितना बड़ा हो, आत्मविश्वास और मेहनत से उसे जीता जा सकता है. उनके अनुभव हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा हैं, जो सपनों को सच करने का साहस रखता है.
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