UP News: पिछले दिनों मेरठ की सुभारती विश्वविद्यालय से चौंका देने वाला मामला सामने आया था. यहां एमबीबीएस में एडमिशन पाने के लिए धर्मांतरण का खेल किया जा रहा था. यहां एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए छात्र खुद को बौद्ध धर्म का दिखाकर और प्रमाण पत्र बनवाकर एडमिशन ले रहे थे.
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बता दें कि ये पूरा मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था. चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने मामले की जांच के आदेश दिए थे. जांच में सामने आया था कि छात्र अल्पसंख्यक कोटे से एडमिशन लेने के लिए खुद को बौद्ध धर्म का बताकर और फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एमबीबीएस में एडमिशन ले रहे थे.
अब इस पूरे मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. बता दें कि बौद्ध धर्म का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एमबीबीएस में एडमिशन लेने वाले आठ छात्रों का एडमिशन रद्द कर दिया गया है.
एमबीबीएस में एडमिशन लेने वाले कई छात्र भागे
मिली जानकारी के मुताबिक, जांच के दौरान 17 छात्रों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. 8 छात्रों का एडमिशन रद्दा कर दिया गया है तो वहीं 9 छात्र भाग खड़े हुए हैं. उन्होंने एमबीबीसी सीट ही छोड़ दी है.
आपको ये भी बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब अचानक बौद्ध धर्म के प्रमाण पत्र में इजाफा देखा गया और छात्र खुद अल्पसंख्यक कोटे से एमबीबीएस में एडमिशन की कोशिश करने लगे. इसके बाद जांच में ये पूरा खेल सामने आ गया. यूपी नीट यूजी 2024 की प्रथम चरण की काउंसलिंग के बाद ये पूरा मामला सामने आया था.
बता दें कि जिन छात्रों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए गए हैं. इसी के साथ प्रदेश भर के सभी अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज में चल रहे एडमिशन लेने वाले छात्रों के प्रमाण पत्र की जांच भी हो रही है.
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