“यूपी में का-बा’’ के जवाब में “यूपी में बाबा” गाने वाली कवित्री अनामिका अंबर को सोनपुर मेंले में काव्य पाठ करने से रोक दिया गया है. अनामिका अंबर ने खुद फेसबुक पर लाइव आकर मामले की जानकारी दी है और बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
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अनामिका अंबर ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, राज्य सरकार के दबाव में उन्हें हरिहर क्षेत्र के मेले के मशहूर कवि सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने दिया गया और वह वापस पटना एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही हैं. मिली जानकारी के अनुसार इस मामले के सामने आने के बाद नाराज कवियों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है.
यूपी में बाबा से मशहूर हुई कवयित्री
आपको बता दें कि गायिका और कवयित्री अनामिका अंबर यूपी में बाबा कविता गाकर प्रसिद्ध हुई थी. उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाया है कि जिस तरह की कविताएं उन्होंने हाल फिलहाल में लिखी हैं इसकी वजह से बिहार सरकार के इशारे पर उन्हें कवि सम्मेलन में भाग लेने से रोक दिया गया है.
कविताओं से डरी हुई है बिहार सरकार
अनामिका अंबर ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, बिहार सरकार मेरी कविताओं से डरी हुई है और जबरन मुझें सम्मेलन में काव्य पाठ नहीं करने दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि, उन्हें बिहार सरकार के अधिकारी ने जाने नहीं दिया और पटना में ही रोक दिया. उन्होंने कहा कि, अधिकारी ने उनसे बोला कि उन्हें ऊपर से आदेश है कि आपको काव्य पाठ नहीं करने दिया जाए.
यूपी में का-बा का दिया था जवाब
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में नेहा राठौर ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचन करते हुए यूपी में “यूपी में का-बा” गाया था. इसके जवाब में बुंदेलखंडी कवित्री अनामिका अंबर ने “यूपी में बाबा” गाया था जो काफी चर्चाओं में रहा था.
बता दें कि हाल ही में साहित्य आजतक कार्यक्रम में भी नेहा राठौर और अनामिका अंबर अपनी-अपनी रचना का गायन करके दर्शकों का खुब मनोरंजन किया था. बता दें कि अनामिका अंबर के आरोपों पर अभी तक बिहार सरकार का कोई बयान सामने नहीं आया है.
यूपी में का बा Vs यूपी में बाबा! जब आमने-सामने हुईं नेहा सिंह राठौड़ और अनामिका जैन अंबर
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