काशी से चोरी हुई देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से वापस आई, जानिए क्या है इसकी कहानी

यूपी तक

• 08:11 AM • 03 Nov 2021

कनाडा के ओटावा से वापस लगाई गई देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति को अब वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में रखा जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री…

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कनाडा के ओटावा से वापस लगाई गई देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति को अब वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में रखा जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया है कि यह मूर्ति उत्तर प्रदेश सरकार को 11 नवंबर को दिल्ली में प्राप्त होगी.

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सीएम योगी ने 3 नवंबर को बताया, ”11 नवंबर को इस मूर्ति को हम शोभा यात्रा के माध्यम से उत्तर प्रदेश में लेकर आएंगे. दिल्ली से गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस होते हुए पहला रात्रि विश्राम कासगंज के शूकर क्षेत्र सोरों तीर्थस्थल पर होगा.”

उन्होंने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से गुजरते हुए देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति 14 नवंबर को काशी पहुंचेगी, इसके बाद 15 नवंबर को काशी में बाबा विश्वनाथ धाम में इस मूर्ति की स्थापना का कार्यक्रम संपन्न होगा.

क्या है देवी अन्नपूर्णा की इस मूर्ति की कहानी?

कुछ वक्त पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में इस मूर्ति का जिक्र किया था.

उन्होंने कहा था, ”हर भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस भारत आ रही है. यह प्रतिमा लगभग 100 साल पहले 1913 के करीब वाराणसी के एक मंदिर से चुराकर देश से बाहर भेज दी गई थी.”

3 नवंबर को इसे लेकर सीएम योगी ने बताया, ”100 साल पहले काशी से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति चोरी हुई थी. यहां से यह मूर्ति अलग-अलग हाथों में पहुंचते-पहुंचते कनाडा के विश्वविद्यालय में पहुंची थी.”

इसके आगे उन्होंने बताया, ”काशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां अन्नपूर्णा का परस्पर संवाद इस तरह का है… कहते हैं कि बाबा विश्वनाथ जी को अन्न ग्रहण करवाने का काम मां अन्नापूर्णा करती हैं.”

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