Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक अजब-गजब मामला सामने आया है. 28 साल पहले भैंसे की रोड एक्सीडेंट में मौत पर बरेली की फरीदपुर कोर्ट ने बाराबंकी के 80 साल के बुजुर्ग को गिरफ्तार व कुर्की करने का आदेश दिया है. बरेली पुलिस वारंट लेकर बाराबंकी आयी तो लकवा ग्रस्त बुजुर्ग अच्छन पुलिस को देख कर रोने लगे. 80 वर्षीय बुजुर्ग की गिरफ्तारी के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट बरेली ने वारंट जारी कर दिया है.
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वारंट और पुलिस देखकर ही वृद्ध के पैरों के नीचे से मानो जमीन खिसक गई हो. लकवाग्रस्त वृद्ध अच्छन पुलिसकर्मी के सामने गिड़गिड़ाने लगे. पुलिसकर्मी घरवालों को उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत होने की चेतावनी देकर वापिस चले गए.
28 साल पहले का है मामला
आपको बता दें कि अच्छन यूपी परिवहन विभाग में वाहन चालक के पद पर तैनात थे. उन्हें रिटायर हुए 20 साल हो गए. अब बुढ़ापे में लकवा ग्रस्त होने की वजह से चलने फिरने में मजबूर है. अच्छन मियां ने रोते हुए बताया कि वर्ष 1994 में कैसरबाग डिपो की बस लेकर लखनऊ से बरेली और फरीदपुर जा रहे थे. रास्ते में अचानक उनकी बस के सामने एक भैंसा आ गई. जब तक वह ब्रेक लगाते तब तक भैंसा बस से भिड़ गया और उसकी मौत हो गई. फरीदपुर थाने में दुर्घटना का मुकदमा लिखा गया. उसके बाद बस छोड़ दी गई. मामला खत्म हुआ या नहीं, कुछ भी पता नहीं चला. बाराबंकी डिपो से वह सेवानिवृत्त भी हो गए.
चल-फिर नहीं सकते बुजुर्ग
वहीं अच्छन मिया के दामाद इंतेज़ार मेहदी ने बताया कि, ‘परिवहन विभाग को ये मुकदमा देखना चाहिए. वह लोग कोई मदद नहीं कर रहे हैं.उल्टा बरेली और बाराबंकी की बड़ेल चौकी की पुलिस भी परेशान किये हुए है. मेरे सासुर मजबूर हैं. चल नहीं सकते और ये बाराबंकी से बरेली कैसे जायेंगे. जब से वारंट और कुर्की का सुना है इनकी हालात और खराब हो गयी है.’
कोर्ट में पेश ना होने पर होगी कार्रवाई
वहीं जिला बरेली के फरीदपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर विजय पाल का कहना है कि, ‘इनकी बस से एक भैंसे की मौत हो गयी थी. कोर्ट में ये जमानत के बाद कई सालों तक हाज़िर नहीं हुए. उसी मामले में इनका NBW व कुर्की का आदेश हुआ है. अगर अच्छन कोर्ट में हाज़िर नही होंगे तो उनके घर की कुर्की भी कर दी जाएगी और गिरफ्तारी भी की जाएगी.’
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