उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई. पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने जज के सामने अपने वकील से वीडियो कॉलिंग पर गिड़गिड़ाकर एक गुहार लगाई. मुख्तार अंसारी ने जज से कहा कि ‘साहब, मुझे मेरे वकील से बात करने की अनुमति दे दीजिए.’
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कोर्ट ने बांदा के वकील नसीम हैदर को मुख्तार अंसारी से जेल में मिलने की अनुमति दे दी है, लेकिन जिले के लोकल वकील रणधीर सिंह सुमन से वीडियो कॉलिंग से बात करने से जुड़े प्रार्थना पत्र पर सुनवाई टाल दी.
इस मामले में विशेष सत्र न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव ने बांदा जेल से रिपोर्ट तलब की है. रिपोर्ट के आने तक मुख्तार की वकील के साथ वीडियो कॉलिंग पर बात करने की अर्जी कोर्ट ने टाल दी है. इस मामले में अब 10 मई को अगली सुनवाई होगी.
मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि हमारे क्लाइंट मुख्तार अंसारी पर जो मुकदमों में चार्ज लगे हैं उन पर सुनवाई अब 10 मई को होगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हमसे बात करने के लिए कोर्ट ने जेल से रिपोर्ट तलब की है.
बता दें कि एंबुलेंस मुहैया कराए जाने के मामले में मुख्तार अंसारी को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया.
गौरतलब है कि साल 2021 में बाराबंकी जिले में पंजीकृत नंबर की एंबुलेंस से पंजाब की अदालत में मुख्तार अंसारी द्वारा उपयोग करने का मामला सामने आया था.
जांच में पता चला था कि एंबुलेंस अलका राय के मऊ जिला स्थित श्याम संजीवनी अस्पताल के नाम से पंजीकृत है. इसी के बाद मुख्तार के अन्य करीबियों के साथ ही अलका राय को भी गिरफ्तार करके गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई
अलका राय के खिलाफ कोतवाली नगर में फर्जी दस्तावेजों के जरिए श्याम संजीवनी अस्पताल के नाम पर एंबुलेंस खरीदने और इसका उपयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किए जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
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