भोले बाबा पर बोले CM योगी- सब जानते हैं सज्जन की फोटो किनके साथ, क्या अखिलेश की तरफ है इशारा?

यूपी तक

• 04:04 PM • 03 Jul 2024

Hathras Stampede Update: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग के दौरान मची भगदड़ की घटना के बाद बुधवार को यहां प्रेस वार्ता की.

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Hathras Stampede Update: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग के दौरान मची भगदड़ की घटना के बाद बुधवार को यहां प्रेस वार्ता की. अपनी प्रेस वार्ता में सीएम ने बताया कि इस हादसे की वजह से अब तक 121 लोगों की जान चुकी है, वहीं घायलों का इलाज जारी है. सीएम ने बताया कि इन 121 लोगों में यूपी के 16 जिलों के लोगों के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और एमपी के लोग शामिल हैं. वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में सीएम योगी ने परोक्ष रूप से सपा चीफ अखिलेश यादव पर निशाना साधा.

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सीएम योगी ने कहा, "कुछ लोगों की आदत होती है कि वह दुखद और दर्दनाक घटनाओं में राजनीति ढूंढते हैं. ऐसे लोगों की फितरत होती है...चोरी भी और सीनाजोरी भी. हर व्यक्ति जानता है कि सज्जन की फोटो किनके साथ में है. उनके राजनीतिक संबंध किनके साथ जुड़े हुए हैं." सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि यहां सीएम योगी ने परोक्ष रूप से सपा चीफ अखिलेश यादव पर हमला बोला. मालूम हो कि साल 2023 में अखिलेश ने भोले बाबा की तस्वीरें शेयर की थीं और वह उनके सत्संग में भी गए थे.

 

 

अपने साथ बाबा की तस्वीरों को लेकर अखिलेश ने क्या कहा?

संसद भवन के परिसर में जब अखिलेश से उनकी तस्वीर भोले बाबा के साथ वायरल होने के लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "भाजपा कितना घटिया काम कर सकती है...भाजपा किसी भी नीचाई तक जा सकती है. जैसे आप पत्रकार साथी हैं. अगर आप भाजपा के मनमर्जी का काम न करो, तो सबसे पहला काम होगा आपको नौकरी से निकालना और काम होगा उस चैनल का बजट कम करना." नीचे शेयर किए गए वीडियो में देखें अखिलेश ने और क्या-काया कहा?

हाथरस भगदड़ कांड की होगी न्यायिक जांच

आपको बता दें कि अपनी प्रेस वार्ता के दौरान सीएम योगी ने घटना की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुवाई में कराए जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हाथरस भगदड़ मामले की पड़ताल के लिए न्यायिक जांच समिति में सेवानिवृत्त प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल भी होंगे. बकौल सीएम, न्यायिक जांच समिति पता लगाएगी कि त्रासदी के लिए कौन जिम्मेदार है, यह भी जांच करेगी कि क्या यह साजिश थी.

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