प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने सोमवार को सार्वजनिक रूप से बताया कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए उनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया है. खबर है कि राजेश्वर सिंह जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं. ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि बीजेपी उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है.
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राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर कहा,
“24 वर्षों का यह कारवां आज एक पड़ाव पर रुका, इस अवसर पर आज मैं भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी, मुख्य्मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, श्री एसके शर्मा, निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय और उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि इतने वर्षों तक इन संस्थाओं के साथ कार्य करते हुए काफी कुछ सीखने को मिला.”
राजेश्वर सिंह
उन्होंने ट्वीट में आगे कहा, “मैं आप सभी महानुभावों एवं संस्थाओं को यह विश्वास दिलाता हूं कि आपकी दी हुई शिक्षा का सदुपयोग मैं जनता की सेवा और देश की अखंडता सुरक्षित करने में लगाऊंगा.”
राजेश्वर सिंह ने यूपी तक से बातचीत में सोमवार को बताया, “VRS स्वीकार हुआ है…आगे की क्या रणनीति है इस पर कल (मंगलवार) बात करूंगा.”
राजेश्वर सिंह की ओर से जारी पत्र को यहां नीचे देखा जा सकता है-
आपको बता दें कि राजेश्वर सिंह 1997 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं. राजेश्वर सिंह ने 10 साल उत्तर प्रदेश पुलिस और 14 साल प्रवर्तन निदेशालय में सेवा दी हैं. राजेश्वर सिंह को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भी माना जाता था.
राजेश्वर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान 2-जी स्पैक्ट्रम आवंटन घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, आम्रपाली घोटाला, नोएडा पोंजी स्कीम घोटाला और गोमती रिवरफ्रंट घोटाला जैसे कई हाईप्रोफाइल मामलों की जांच की है.
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