UPSI परीक्षा में कठिन सवालों का जवाब 9 सेकेंड से भी कम समय में देने वाले अभ्यर्थी पर FIR

संतोष शर्मा

• 11:22 AM • 24 Dec 2022

उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर आयोजित की गई ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में तरह-तरह की जालसाजी उजागर हो रही है. ऑनलाइन…

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उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर आयोजित की गई ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में तरह-तरह की जालसाजी उजागर हो रही है. ऑनलाइन परीक्षा में भर्ती बोर्ड के द्वारा शामली के एक युवक पर एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसने 10 से 15 सेकेंड से भी कम के वक्त में कठिन से कठिन सवालों को पढ़ा, समझा और हल कर दिया.

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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड की तरफ से जांच के बाद शामली के रहने वाले इस आरोपी व्यक्ति पर लखनऊ के हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर के लिए आयोजित की गई 12 नवंबर 2021 से 2 दिसंबर 2021 तक ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में भर्ती बोर्ड ने कॉपी जांचना शुरू किया है. इसी जांच के दौरान शामली के बावरी थाना क्षेत्र के रहने वाले अक्षय मलिक की जालसाजी पकड़ में आई है. भर्ती बोर्ड की तरफ से लखनऊ के हुसैनगंज कोतवाली में अक्षय मलिक पर जालसाजी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है.

दरअसल, बोर्ड ने candidate response log और candidate performance report देखी तो पता चला अक्षय मलिक ने Numerical and mental ability test के 40 सवालों में 29 सवालों के सही जवाब दिया है. इन जवाबों को देने के लिए उसने कुल 4 मिनट 32 सेकेंड का वक्त लगाया है जिसमें सवाल को पढ़ना, समझना और जवाब देना भी शामिल था.

अक्षय ने इन सवालों को हल करने के लिए 9 सेकेंड का वक्त लिया. गणित के 23 सवालों का जवाब देने के लिए 5 सेकेंड और उससे भी कम वक्त लिया. 8 सवालों का जवाब 10 सेकेंड से कम वक्त में दिया. 3 सवालों के जवाब 15 सेकेंड में दिए और 6 सवालों के जवाब 15 सेकेंड से कम वक्त में दिए.

इतना ही नहीं मेंटल एटीट्यूड के प्रश्नपत्र में कुल 40 सवालों में 30 सही जवाब दिए, जिसमें कुल 9 मिनट और 3 सेकेंड का वक्त लगा. कुछ सवालों के जवाब तो 2 से 4 सेकंड में ही दे दिए.

भर्ती बोर्ड ने इस मामले पर candidate response log यानी जब अक्षय मलिक ने ऑनलाइन एग्जाम के लिए सवाल को खोला और हल करने के लिए कितना समय लिया. भर्ती बोर्ड ने उस टाइम और परफारमेंस रिपोर्ट को परखने के बाद अक्षय मलिक की धोखाधड़ी को पकड़ा है, क्योंकि भर्ती बोर्ड का मानना है कि इतने कम समय में मेधावी अभ्यर्थी भी सवाल को हल नहीं कर सकते.

सवालों को हल करने के लिए गैर कानूनी साधनों का इस्तेमाल किया गया है. इस पर भर्ती बोर्ड की तरफ से अक्षय मलिक पर लखनऊ के हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.

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