Uttar Pradesh News: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड और अतीक- अशरफ गोलीकांड के बाद से जो नाम इस समय सबसे अधिक चर्चा में है और जिसके सीने में बहुत सारे राज दफन हैं, वह नाम है- गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) का. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या और असद के एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश कर रही है. जानकारी के मुताबिक गुड्डू मुस्लिम लगातार अपना लोकेशन बदल रहा है और चार बार 4 बार STF टीम के हाथ आते-आते रह गया.
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बीमारियों से घिरा है गुड्डू मुस्लिम
बीपी, शुगर जैसी बीमारियों से घिरा हुआ गुड्डू मुस्लिम जान बचाने के लिए STF की टीम से ज्यादा तेज दौड़ लगा रहा है. जानकारी के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड के बाद 11 अप्रैल तक अतीक और अशरफ के संपर्क में गुड्डू मुस्लिम रहा था. अतीक और अशरफ ही गुड्डू मुस्लिम को भागने और रुकने का ठिकाना बता रहे थे. गुड्डू मुस्लिम को ट्रैक कर रही STF की टीम ने यूपीतक की टीम को ये जानकारी दी.
लगातार लोकेशन बदल रहा गुड्डू
जानकारी के मुताबिक उड़ीसा के बाद से गुड्डू मुस्लिम का कोई फूट प्रिंट STF के हाथ नहीं लगा है. 5 मार्च को मेरठ से बस पकड़ कर दिल्ली ISBT बस अड्डा पहुंचा था गुड्डू मुस्लिम. दिल्ली पहुंचते ही अंडरग्राउंड हुआ. उसके बाद 21 मार्च को बिहार के भागलपुर में गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन मिली, STF टीम यहां पहुंची उसके पहले गुड्डू मुस्लिम यहां से फरार हो गया. भागलपुर के बाद गुड्डू मुस्लिम रायगंज पहुंचा और कुछ दिन यहां रुकने के बाद यहां से भी फरार हो गया.
पनाह देने वाले शख्स ने किया खुलासा
चार से 13 अप्रैल तक गुड्डू मुस्लिम उड़ीसा में रुका रहा. STF की टीम के पहुंचने की भनक गुड्डू को लगी तो यहां पर वो अपने कपड़े और कुछ दवाइयां भी छोड़कर फरार हो गया. जिस घर में गुड्डू रुका था वहां से STF की टीम को बीपी और शुगर की दवाइयां मिलीं थीं. गुड्डू को पनाह देने वाले शख्स ने पूछताछ में बताया कि गुड्डू काफी खांस रहा था.
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