समधी को ही दिल दे बैठी समधन, समाज आड़े आया तो मोहब्बत का हुआ दर्दनाक अंत

प्रशांत पाठक

22 Oct 2023 (अपडेटेड: 22 Oct 2023, 01:38 PM)

समधी और समधन में प्यार हो गया. प्यार इतना परवान चढ़ा की दोनों अपने-अपने घरों से भाग निकले. मगर इस कहानी का दर्दनाक अंत हो गया.

समधी को ही दिल दे बैठी समधन, समाज आड़े आया तो मोहब्बत का हुआ दर्दनाक अंत

समधी को ही दिल दे बैठी समधन, समाज आड़े आया तो मोहब्बत का हुआ दर्दनाक अंत

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Hardoi News: कहते हैं जब प्यार होता है तो ना वह उम्र देखता है और ना ही कोई सीमा देखता है. मगर कभी-कभी मोहब्बत की कहानी का दर्द काफी दर्दनाक भी होता है. आज हम आपको उत्तर प्रदेश के हरदोई से आई ऐसी घटना बताने जा रहे हैं, जो शायद ही आपने इससे पहले सुनी हो. दरअसल यहां एक समधी और समधन में प्यार हो गया.

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दोनों अधेड़ उम्र के समधी और समधन के बीच प्यार इतना परवान चढ़ा कि दोनों के परिजनों को दिक्कत होने लगी. प्यार में आकर दोनों घर से भी भाग गए. मगर लोकलाज के डर से उनका ये प्यार हार गया और दोनों ने ट्रेन के सामने आकर अपनी जान दे दी. रेलवे लाइन पर दोनों के शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.

समधी-समधन को हो गया प्यार

मिली जानकारी के मुताबिक, सुहौना कोतवाली पसगवां के रहने वाले 44 साल के रामनिवास राठौर ने अपनी बेटी का विवाह आसाराम राठौर के बेटे शिवम राठौर से किया था. रामनिवास पेशे से ड्राइवर था जबकि उसका समधी आसाराम पेशे से राजमिस्त्री का काम करता है. आसाराम अधिकतर घर से बाहर रहता था. दोनों परिवारों में रिश्तेदारी हो गई. 

रामनिवास की पत्नी की मौत हो चुकी थी. जब दोनों परिवारों के सदस्यों ने एक-दूसरे के घर आना-जाना शुरू किया तो रामनिवास का प्रेम संबंध अपनी बेटी की सास यानी आसाराम की पत्नी से बन गया. दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा कि दोनों 23 सितंबर 2023 को अपने-अपने घरों से भाग गए.

पुलिस कर रही थी दोनों की तलाश

बता दें कि रामनिवास की सिर्फ एक ही बेटी थी. दूसरी तरफ रामनिवास के साथ भागी उसकी समधन आशा रानी की 2 बेटियां और एक बेटा है. जब दोनों घर से भाग गए तो दोनों के परिवारों में हड़कंप मच गया.  आसाराम ने कोतवाली मैगलगंज में मामले की शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस भी दोनों की तलाश करने लगी. 

लोकलाज के डर से दी जान

दोनों के फरार होने के बाद दोनों तरफ के रिश्तेदार भी तमाम-तरह की बाते करने लगे. माना जा रहा है कि इन सब से परेशान होकर दोनों ने ट्रेन के सामने आकर अपनी जान दे दी. इस पूरे मामले पर दुर्गेश कुमार सिंह (अपर पुलिस अधीक्षक हरदोई) ने बताया, मामले की जांच की जा रही है. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. परिजनों से बात की जा रही है.”

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