Rampur News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) के द्वारा स्थापित की गई मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी (Mohammad Ali Jauhar University) के कुलपति प्रो० मोहम्मद आरिफ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र लिख दिया है. कुलपति ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर जौहर यूनिवर्सिटी की समस्याओं के बारे में बताया है और निवेदन किया है कि वह यूनिवर्सिटी की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करें.
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बता दें कि आजम खान द्वारा स्थापित यह विश्वविद्यालय काफी सालों से चर्चा के केंद्र में बना हुआ है. आजम खान और इस विश्वविद्यालय पर लगातार जांच चल रही है और कार्रवाई भी की जा रही है. सपा के बड़े नेताओं में शुमार आजन खान को हाल ही में हेट स्पीच के मामले में सजा भी सुनाई गई है जिसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई है.
आपको बता दें कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० मोहम्मद आरिफ ने सीएम योगी को लिखे पत्र में यूनिवर्सिटी में की गई पुलिस की तैनाती के चलते छात्रों में भय की बात की गई है. उन्होंने शिक्षकों द्वारा नौकरी छोड़कर चले जाने की भी बात कही है. कुलपति ने सीएम योगी से यूनिवर्सिटी कैंपस में तैनात पुलिस को हटाने की गुहार लगाई है.
सीएम योगी की जमकर तारीफ
मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० मोहम्मद आरिफ ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ भी की है. इसी के साथ उन्होंने अपने पत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भी अच्छा बताया है और उसे यूनिवर्सिटी में लागू करने की बात भी कही है.
सीएम योगी को दिया न्यौता
जौहर यूनिवर्सिटी की दुर्दशा बताते हुए कुलपति ने सीएम योगी को लिखे अपने पत्र में बताया कि यहां के शिक्षकों और कर्मचारियों को नवरात्रि और दिवाली के शुभ अवसर पर भी दो माह से वेतन नहीं मिल पाया है. इस दौरान वीसी ने सीएम योगी को विश्वविद्यालय में आने और खुद निरीक्षण करने का न्यौता भी दे डाला. वीसी ने अपने पत्र में लिखा कि, आप इस राज्य के ओजस्वी मुखिया हैं और आप कभी भी खुद आकर यहां का निरीक्षण कर सकते हैं. ये हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी. आप जो भी मार्गदर्शन देंगे हम उसपर काम करेंगे.
बता दें कि विश्वविद्यालय के वीसी द्वारा सीएम योगी को यह चिट्ठी ऐसे मौके पर लिखी गई है जब हाल ही में यूनिवर्सिटी के 50 शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों द्वारा प्रशासन के आला अधिकारियों को एक चिट्ठी लिखकर जौहर यूनिवर्सिटी की शिकायत की गई है. इसमें आरोप लगाया गया था कि साल 2019 के बाद से छात्रों को यहां डिग्री नहीं मिली है जिसकी वजह से उन्हें आगे की पढ़ाई में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इस चिट्ठी में विश्वविद्यालय के ऊपर आरोप लगाया गया था कि शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों को वेतन और प्रोन्नति, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के मानको के अनुसार नहीं दी जा रही है. इसी के साथ आरोप लगाया गया था कि यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार और कंट्रोलर एग्जाम के पद पर कोई भी नहीं है.
50 से अधिक शिक्षकों ने किए थे हस्ताक्षर
बता दें कि इस शिकायती पत्र में 50 से अधिक शिक्षकों ने हस्ताक्षर किए थे. इस पत्र में छुट्टियां नहीं देना, मैटरनिटी लीव पर वेतन काट लेना, वाईफाई की सुविधा ना होान, विभागों में कंप्यूटर लैब का ना होना, कंप्यूटरों में पायरेटेड सॉफ्टवेयर का होना जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए थे.
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